26 अगस्त, 2025, गोवा
भाकृअनुप-कृषि विज्ञान केन्द्र, उत्तरी गोवा, भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा के अंतर्गत, आज तिस्वाड़ी तालुका के करमाली गांव में काली बंगाल बकरी पालन पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पशुपालन एवं पशु चिकित्सा सेवा विभाग (एएचवीएस), गोवा सरकार, कृषि विभाग तथा कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (एटीएमए), उत्तरी गोवा के सहयोग से संयुक्त रूप से आयोजित किया गया।

विशेषज्ञों ने वैज्ञानिक अनुसंधान तथा खेती के बीच की खाई को पाटने में प्रक्षेत्र दिवसों के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन किसानों का आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और उन्हें उत्पादकता, स्थिरता तथा लाभप्रदता बढ़ाने वाली नई तकनीकों और प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। ये संवाद किसानों को आधुनिक तरीकों एवं तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं जो उनके कार्यों में सुधार करते हैं, दक्षता बढ़ाते हैं और उनके खेतों की दीर्घकालिक व्यवहार्यता सुनिश्चित करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान, फ्रंटलाइन डेमोस्ट्रेशन (एफएलडी) कार्यक्रम के तहत शुरू की गई ब्लैक बंगाल बकरियों के प्रदर्शन एवं अनुकूलन क्षमता पर जानकारी साझा की गई। करमाली के एक प्रगतिशील किसान की सफलता की कहानी पर भी प्रकाश डाला गया, जिन्होंने ब्लैक बंगाल बकरियों के एक जोड़े का सफलतापूर्वक पालन-पोषण किया और हाल ही में एक स्वस्थ नर बकरी को जन्म दिया। उनके अनुभवों ने साथी किसानों को बहुमूल्य प्रेरणा और व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान किया।

इस प्रक्षेत्र दिवस में 20 किसानों के साथ-साथ भाकृअनुप-सीसीएआरआई, एएचवीएस विभाग और एटीएमए-उत्तरी गोवा के सात अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)
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