16 फरवरी, 2023, लखनऊ
भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ ने आज अपना 72वां स्थापना दिवस बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया।
मुख्य अतिथि, श्री संजय आर. भूसरेड्डी, भारतीय प्रशासनिक सेवा, अतिरिक्त मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, उत्तर प्रदेश सरकार ने संस्थान के वैज्ञानिकों को गन्ना उत्पादन एवं चीनी क्षेत्र में प्राप्त अतुलनीय सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने वैज्ञानिकों से जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को गहराई से देखने और उसकी चुनौती से निपटने के लिए रणनीति विकसित करने का आग्रह किया।

विशिष्ट अतिथि, डॉ. एस. सोलोमन, पूर्व. सीएस आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के कुलपति ने संस्थान की स्थापना के बाद से 70 से अधिक प्रौद्योगिकियों का विकास कर देश को चीनी उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए आईआईएसआर, लखनऊ के अनुसंधान एवं विकास कार्यों की सराहना की।
विशिष्ट अतिथि, डॉ. आर.के. सिंह, सहायक उप महानिदेशक (सीसी), भाकृअनुप ने कहा कि संस्थान द्वारा किए गए गंभीर अनुसंधान एवं विकास प्रयास भारत में गन्ना उत्पादकता में 2.5 गुना वृद्धि और आईआईएसआर की स्थापना के बाद से चीनी रिकवरी में उल्लेखनीय वृद्धि द्वारा परिलक्षित हो रहे हैं, जो अंततः आत्मनिर्भरता तथा ईबीपी के लिए बायोएथेनॉल उत्पादन के साथ-साथ चीनी उत्पादन और विदेशों में निर्यात की ओर ले जा रहा है।
इससे पहले, डॉ. आर. विश्वनाथन, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएसआर ने अपने स्वागत संबोधन में वर्ष 2022 के दौरान संस्थान के अनुसंधान और विकासात्मक गतिविधियों का एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर दो पुस्तकों, एक राजभाषा पत्रिका ‘इक्षु’ तथा एक फोल्डर का विमोचन भी किया गया।
डॉ ए.के. साह, प्रधान वैज्ञानिक एवं आयोजन सचिव ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ)







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