भाकृअनुप-डीसीआर पुत्तूर ने काजू के पहले जीनोम अनुक्रम (एनाकार्डियम ऑक्सीडेंटेल एल.) का किया अनावरण

भाकृअनुप-डीसीआर पुत्तूर ने काजू के पहले जीनोम अनुक्रम (एनाकार्डियम ऑक्सीडेंटेल एल.) का किया अनावरण

भाकृअनुप-काजू अनुसंधान निदेशालय, पुत्तूर के वैज्ञानिकों ने एक बड़ी उपलब्धि के रूप में पहली बार काजू के पेड़ (एनाकार्डियम ऑसीडेंटेल एल.) के जीनोम को अनुक्रमित और इकट्ठा किया है। बादाम के बाद काजू दूसरी सबसे महत्वपूर्ण खाद्य ट्री नट फसल है तथा 30 से अधिक देशों में 3.80 मिलियन टन से अधिक उत्पादन के साथ इसकी खेती की जाती है। वैश्विक काजू बाजार लगभग 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर (INC, 2021) का है। काजू उद्योग कई विकासशील देशों में विशेष रूप से ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को रोजगार के बड़े अवसर प्रदान करता है। काजू की गुठली स्वस्थ फैटी एसिड और खनिजों से भरपूर होती है, और काजू की गुठली की मांग दुनिया भर में उत्तरोत्तर बढ़ रही है।

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इसके सामाजिक-आर्थिक महत्व के बावजूद, काजू में जीनोमिक संसाधन सीमित हैं, इसलिए आर्थिक लक्षणों के आनुवंशिक सुधार के लिए उन्नत आणविक प्रजनन उपकरणों के अनुप्रयोग को सीमित कर दिया है। भाकृअनुप-डीसीआर के जैव-प्रौद्योगिकी अनुभाग के वैज्ञानिकों ने काजू की एक उच्च उपज देने वाली किस्म भास्कर के जीनोम को इकट्ठा करने का कार्य किया और काजू जीनोम में संभावित रोग प्रतिरोधक (आर) जीन की पहचान की है।

काजू के पेड़ की संपूर्ण जीनोम की जानकारी का मार्कर, सहायक चयन, जीनोमिक चयन तथा काजू के प्रजनन में आर्थिक लक्षणों के आनुवंशिक सुधार तथा काजू तथा काजू सेब की उपज तथा गुणवत्ता, कीट और रोग प्रतिरोध, एवं टिकाऊ उत्पादन के लिए संभावित अनुप्रयोग है।

काजू जीनोम की जीन ऑन्कोलॉजी काजू और अन्य पेड़ों के साथ अद्वितीय ऑर्थोलॉगस जीन परिवार को साझा करता है।

ए. एक्सीडेंटेल का पहला जीनोम अनुक्रम काजू अनुसंधान के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। काजू जीनोम में 31,263 प्रोटीन कोडिंग जीन होते हैं और इसमें से 3,104 संभावित आर जीन होते हैं।

यह कार्य प्रतिष्ठित जर्नल: स्प्रिंगर नेचर द्वारा प्रकाशित साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित हुआ है। हाल ही में, भाकृअनुप-डीसीआर, पुत्तूर के वैज्ञानिकों की टीम ने काजू प्ररोहों के प्रतिलेख (कोशिका या स्थिति में व्यक्त होने वाले सभी जीनों का एक सेट) की पीढ़ी को शामिल किया और जीन आधारित आणविक मार्करों का पहला सेट विकसित किया।

अनुमानित प्रोटीन अनुक्रमों के साथ काजू के पेड़ के लिए पहली बार सृजित संपूर्ण जीनोम अनुक्रम असेंबली आणविक मार्करों, जीन अभिव्यक्ति अध्ययन और आनुवंशिक संघ के विश्लेषणों के विकास के माध्यम से आर्थिक लक्षणों के आणविक आधार में और अधिक अंतर्दृष्टि प्राप्त करने में मदद करेगी। संपूर्ण जीनोम असेंबली आनुवंशिक सुधार के लिए आणविक उपकरण और रणनीति तैयार करने के लिए आवश्यक बुनियादी जानकारी प्रदान करेगी।

काजू जीनोम असेंबली में शामिल वैज्ञानिकों की टीम में, डॉ. सिद्धन्ना सावदी, डॉ. मुरलीधर बी.एम., डॉ. जेफरी गॉडविन, डॉ. जे.डी. अडिगा, डॉ. जी.एस. मोहना, डॉ. ई. एरादासप्पा, डॉ. शम्सुद्दीन एम. और डॉ. अनीता करुण. निदेशक (कार्यवाहक) डॉ. टी.एन. रविप्रसाद ने परियोजना को अंजाम देने में वैज्ञानिकों का समर्थन किया।

जीनोम अनुक्रमण और संयोजन भाकृअनुप, नई दिल्ली और आरकेवीवाई-रफ़्तार, कर्नाटक सरकार द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं में किया गया था।

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