स्वच्छ तट - सुरक्षित समुद्र पर राष्ट्रीय अभियान आयोजित

स्वच्छ तट - सुरक्षित समुद्र पर राष्ट्रीय अभियान आयोजित

12 सितम्बर, 2022, कोची

भाकृअनुप-केन्द्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान, कोच्चि ने आज स्वच्छ सागर सुरक्षित सागर (स्वच्छ तट-सुरक्षित समुद्र) पर एक राष्ट्रीय अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया। यह अभियान पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयोजित किया गया था।

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डॉ लीला एडविन, निदेशक (कार्यवाहक), भाकृअनुप-सीआईएफटी ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में समुद्री प्रदूषण के खतरे पर चिंता व्यक्त की जो समुद्री पारिस्थितिक तंत्र और समुद्र में विशाल मत्स्य संसाधनों के उपलब्धता के लिए हानिकारक है और इस बात पर जोर दिया कि एक स्वच्छ समुद्र रखने और समुद्री प्रदूषण को कम करने पर जोर दिया जिससे मछली सहित जलीय जीवों के जीवन और लाखों, मुख्य रूप से मछुआरों की आजीविका को सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि समुद्री प्रदूषक सीधे मानव खाद्य श्रृंखला को प्रभावित करते हैं, इसलिए स्थानीय स्तर पर जागरूकता एवं जन भागीदारी इस समस्या से निपटने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।

डॉ संदीप बरुआ, वैज्ञानिक एफ, विज्ञान प्रसार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, नई दिल्ली ने अपने स्वागत संबोधन में प्लास्टिक सहित समुद्री प्रदूषण को कम करने के लिए तकनीकी विकल्पों पर प्रकाश डाला।

उद्घाटन कार्यक्रम के बाद एक तकनीकी सत्र हुआ जिसमें विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा दी गई तीन वार्ताएं शामिल थीं।

डॉ. एस. बिजॉय नंदन, प्रोफेसर, समुद्री जीव विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान और जैव रसायन विभाग, सीयूएसएटी ने अपने तकनीकी विचार-विमर्श में इस तथ्य पर जोर दिया कि माइक्रोप्लास्टिक समुद्री खाद्य सुरक्षा के लिए संभावित खतरा है और विश्व स्तर पर भारत को समुद्री कूड़े फैलाने में 12वां सबसे बड़ा भागीदार माना जाता है।

डॉ. बी.के. त्यागी, सलाहकार, विज्ञान प्रसार, डीएसटी, नई दिल्ली ने तटीय कटाव को कम करने और कई मछली प्रजातियों के आवास को बचाने के लिए मैंग्रोव वृक्षारोपण के महत्व पर जोर दिया।

डॉ. एम.पी. रेमेसन, प्रमुख (आई/सी) और भाकृअनुप-सीआईएफटी के प्रधान वैज्ञानिक ने समुद्री मछली को हो रहे नुकसान के प्रमुख कारणों के बारे में चर्चा की जो समुद्र में छोड़े गए मछली पकड़ने के गियर के अवशेषों के कारण होते हैं, जिन्हें "घोस्ट फिशिंग" के रूप में जाना जाता है। डॉ टी वी शंकर ने तकनीकी सत्र की अध्यक्षता सीआईएफटी के प्रधान वैज्ञानिकों के साथ की।

यह कार्यक्रम देश की आजादी के 75 वें वर्ष में, आजादी का अमृत महोत्सव के उत्सव के साथ-साथ आयोजित की गई। इसके तहत तटीय सफाई अभियान देश भर के 75 समुद्र तटों पर तीन रणनीतिक रूप से अंतर्निहित लक्ष्यों के साथ शुरू किया गया है जो समुद्र में परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण को लक्षित करते हैं। इस जागरूकता अभियान के तहत कूझूपिली समुद्र तट, कोच्चि में भाकृअनुप-सीआईएफटी द्वारा आयोजित समुद्र तट सफाई कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ।

(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान, कोच्चि)

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