22 फरवरी, 2024, लुधियाना
भाकृअनुप-केन्द्रीय कटाई-पश्चात अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, लुधियाना ने 20 से 22 फरवरी, 2024 तक 'खाद्य प्रसंस्करण के उप-उत्पादों का मूल्यांकन: अपशिष्ट से धन प्राप्ति का दृष्टिकोण' विषय पर तीन दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम कृषि प्रसंस्करण अनुसंधान परियोजना 'खेतों और कृषि-प्रसंस्करण उद्योगों के उप-उत्पादों में जैव सक्रिय यौगिकों का निष्कर्षण और मूल्यवर्धन' के अंतर्गत आयोजित किया गया।

डॉ. आर.के. विश्वकर्मा, निदेशक (प्रभारी), भाकृअनुप-सीआईपीएचईटी, ने संस्थान की प्रसंस्करण सुविधाओं पर प्रकाश डाला तथा प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे अपनी उद्यमशीलता गतिविधियों को शुरू करने तथा बढ़ावा देने तथा अपने प्रसंस्करण क्षेत्र का विस्तार करने के लिए तथा अधिक कौशल प्राप्त करने के लिए अपने ज्ञान का उपयोग करें।
लुधियाना के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की चार महिला प्रतिभागियों को आंवला, किन्नू और गुलाब की पंखुड़ियों जैसे फलों के प्रसंस्करण का तकनीकी ज्ञान तथा व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया गया ताकि किन्नू का रस, आंवला कैंडी और रस, गुलाब जल जैसे प्रसंस्कृत उत्पाद तैयार किए जा सकें साथ ही द्वितीयक प्रसंस्करण के माध्यम से उप-उत्पादों को पेक्टिन, जैव सक्रिय अर्क, आवश्यक तेल आदि जैसे मूल्यवर्धित उत्पादों में परिवर्तित किया जा सके।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय कटाई-पश्चात अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, लुधियाना)







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