13 अक्टूबर, 2025, हैदराबाद
भाकृअनुप-भारतीय श्री अन्न अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर), हैदराबाद, में हिंदी चेतना मास (14 सितंबर – 13 अक्टूबर, 2025) का आयोजन किया गया। इस समारोह के अंतर्गत हिंदी में विविध प्रतियोगिताओं व कार्यशाला के आयोजन के साथ-साथ हिंदी में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।
आज समापन समारोह के दौरान, डॉ. तारा सत्यवती, निदेशक, आईआईएमआर, ने अपने संबोधन में कहा कि राजभाषा हिंदी में ज्यादा से ज्यादा कार्य करना चाहिए और इसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए, क्योंकि हमारे प्रयोक्ता वर्ग अर्थात किसान तक पहुंचने में हिंदी के साथ-साथ स्थानीय भाषाएं ही मदद कर सकती है। उन्होंने कहा हिंदी हमारी राजभाषा है और दैनिक कार्य हिन्दी में करते हुए उसे अपेक्षित गौरव प्रदान करना सभी का दायित्व है। डॉ. सत्यवती ने सभी कर्मियों से निवेदन किया कि बोलचाल, लेखन आदि में हिंदी का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें और संस्थान में हिंदी को नई ऊंचाइयां तक ले जाएं।
डॉ. जिनु जेकब, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी, हिंदी कक्ष, ने समारोह में उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत किया तथा संस्थान में 2024-2025 के दौरान संपन्न राजभाषा कार्यान्वयन संबंधी गतिविधियों पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
डॉ. महेश कुमार, सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी (राजभाषा), ने हिंदी चेतना मास के दौरान आयोजित विविध कार्यक्रमों पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तथा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सभी सहभागियों, निर्णायकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
संस्थान में राजाभाषा कार्यान्वयन को प्रोत्साहन प्रदान करने हेतु, श्रीमती ऋतु दलाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तथा श्री शेख रुकमान, वित्त एवं लेखा अधिकारी को निदेशक ने वार्षिक नकद पुरस्कार एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया।
डॉ. सत्यवती द्वारा प्रतियोगिताओं के विजेताओं एवं सहभागियों को नकद पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र तथा निर्णायकों को स्मृति चिह्न प्रदान किया गया।
डॉ. महेश कुमार के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के पश्चयात राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ।
(स्रोतः भाकृअनुप-भारतीय श्री अन्न अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)
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