12 अक्टूबर, 2023, लखनऊ
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की टीम ने नीली अर्थव्यवस्था के परिप्रेक्ष्य में चर्चा करने के लिए आज भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (एनबीएफजीआर), लखनऊ का दौरा किया।
भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के निदेशक, डॉ. उत्तम कुमार सरकार ने एसडीजी14 सहित राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए संस्थान की उपलब्धियों, गतिविधियों और प्रयासों पर एक प्रस्तुति के माध्यम से "स्थायी नीली अर्थव्यवस्था की दिशा में संस्थागत प्रयासों" पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की और चर्चा का नेतृत्व किया। डॉ. सरकार ने ट्रांसडिसिप्लिनरी और भागीदारी दृष्टिकोण के माध्यम से देश की नीली अर्थव्यवस्था लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के परिवर्तनकारी प्रयासों पर जोर दिया।

सुश्री मधुमिता बसु, उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (रिपोर्ट सेंट्रल), भारत सरकार नई दिल्ली ने बैठक की अध्यक्षता की। सुश्री बसु ने राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद का समर्थन करने के लिए नीली अर्थव्यवस्था पर ऐतिहासिक और वर्तमान दृष्टिकोण पर जोर दिया।
श्री वी.एस. वेंकटनाथन, प्रधान निदेशक, ऑडिट (रिपोर्ट सेंट्रल), नई दिल्ली ने राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्रगति में वैज्ञानिक योगदान को समझने और मानकों को पूरा करने के लिए ऑडिट के सेक्टर-वार संकलन पर जोर दिया।
सीएजी टीम के सदस्य, श्री. संजय कुमार, प्रधान निदेशक, लेखापरीक्षा (केन्द्रीय), लखनऊ, श्री के. जयकर बाबू, उप-निदेशक, श्री डी.पी. श्रीवास्तव, वरिष्ठ लेखापरीक्षा अधिकारी, श्री. अर्घ्य चक्रवर्ती, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, श्री. अनूप कुमार वर्मा, बैठक में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के वैज्ञानिकों और प्रशासनिक कर्मचारियों की एक टीम उपस्थित थी।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ)







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