भाकृअनुप-निवेदी और आईएमडी ने जलवायु-आधारित पशुधन रोग पूर्वानुमान को सुदृढ़ करने के लिए समझौता ज्ञापन पर किया हस्ताक्षर

भाकृअनुप-निवेदी और आईएमडी ने जलवायु-आधारित पशुधन रोग पूर्वानुमान को सुदृढ़ करने के लिए समझौता ज्ञापन पर किया हस्ताक्षर

16 सितंबर, 2025, नई दिल्ली

भाकृअनुप-राष्ट्रीय पशु चिकित्सा महामारी विज्ञान एवं रोग सूचना विज्ञान संस्थान और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, नई दिल्ली में बागवानी, पशुधन, मुर्गीपालन तथा अंतर्देशीय मत्स्य पालन क्षेत्रों के लिए मौसम-आधारित परामर्श विकसित करने पर विचार-मंथन और रणनीति कार्यशाला के दौरान एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया।

ICAR–NIVEDI and IMD Signs MoU to Strengthen Climate-Based Livestock Disease Forecasting

यह समझौता आईएमडी के जलवायु आंकड़ों को भाकृअनुप-निवेदी की पूर्वानुमान प्रणाली (एनएडीआरईएस) में एकीकृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य पशुधन रोग पूर्वानुमानों की सटीकता में सुधार करना और जिला से लेकर ब्लॉक स्तर तक परामर्शों की विस्तृत जानकारी को बढ़ाना है। इससे पशुधन रोगों के बेहतर पूर्वानुमान, रोकथाम तथा प्रबंधन में मदद मिलेगी, जिससे अंततः किसानों की आय और लचीलेपन में वृद्धि होगी।

इस अवसर पर, डॉ. एम. रविचंद्रन, सचिव, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, ने कहा, "आईएमडी, भाकृअनुप  संगठनों के साथ मौसम संबंधी आँकड़े और जलवायु सेवाएँ साझा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अपनी क्षमताओं को मिलाकर, हम सटीक, विज्ञान-आधारित सलाह दे सकते हैं जो न केवल पशुधन हानि को रोकने में मदद करेगी, बल्कि लाखों किसानों की आजीविका में सुधार और लचीलापन भी लाएगी।"

डॉ. बलदेव राज गुलाटी, निदेशक, भाकृअनुप-निवेदी, ने कहा कि आईएमडी के साथ हमारे सहयोगात्मक प्रयासों से पशुधन रोगों की भविष्यवाणी और रोकथाम में काफ़ी वृद्धि होगी। इससे न केवल पशु स्वास्थ्य की रक्षा होगी, बल्कि किसानों की आय में सुधार और पशुधन-आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में भी मदद मिलेगी।"

ICAR–NIVEDI and IMD Signs MoU to Strengthen Climate-Based Livestock Disease Forecasting

कार्यशाला में अपने समापन संबोधन में, डॉ. मृत्युंजय महापात्र, महानिदेशक, मौसम विज्ञान, आईएमडी, ने पशुधन रोगों के पूर्वानुमान को सुदृढ़ करने के लिए एपीआई-आधारित मौसम संबंधी जानकारी साझा करके भाकृअनुप-निवेदी को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया, जिससे किसानों को समय पर और सटीक सलाह मिल सके।

विचार-मंथन सत्र के दौरान, विशेषज्ञों ने इस सहयोग के अंतर्गत पहलों का एक रोडमैप प्रस्तुत किया, जिसमें आईएमडी के इनपुट के साथ एनएडीआरईएस को सुदृढ़ करने की रणनीतियाँ और भाकृअनुप-निवेदी में एक स्वचालित मौसम केन्द्र स्थापित करने का प्रस्ताव शामिल था।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय पशु चिकित्सा महामारी विज्ञान एवं रोग सूचना विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु)

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