भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई ने आजीविका संवर्धन हेतु किसान-वैज्ञानिक संवाद के साथ पहला राष्ट्रीय बकरी दिवस मनाया

भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई ने आजीविका संवर्धन हेतु किसान-वैज्ञानिक संवाद के साथ पहला राष्ट्रीय बकरी दिवस मनाया

13 जुलाई, 2025, अविकानगर

पहले राष्ट्रीय बकरी दिवस के उपलक्ष्य में, अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (एआईसीआरपी) की बकरी सुधार पर सिरोही बकरी फार्म इकाई के अंतर्गत, आज भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर में किसान-वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों और उद्यमियों के बीच आजीविका सुरक्षा तथा आय सृजन को बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक बकरी पालन पद्धतियों को बढ़ावा देना था।

भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई तथा पश्चिमी क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र (डब्ल्यूआरआरएस), भाकृअनुप- भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के विशेषज्ञों ने वैज्ञानिक बकरी पालन के प्रमुख पहलुओं पर संवादात्मक व्याख्यान दिया।

किसानों ने चर्चाओं में सक्रिय रूप से भाग लिया तथा अपने प्रश्न पूछे जिनका विशेषज्ञों द्वारा व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किया गया।

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डॉ. अरुण कुमार, निदेशक, भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई ने किसानों से संस्थान द्वारा विकसित तकनीकों को अपनाने का आग्रह किया और "अच्छी नस्लें, अच्छी उपज" के नारे के साथ प्रति पशु उत्पादकता में सुधार पर ज़ोर दिया।

विभिन्न प्रभागों के प्रमुखों और प्रभारियों ने भी किसानों के साथ संवाद किया और उन्हें तकनीकी मार्गदर्शन तथा सहायता प्रदान की। इस कार्यक्रम ने वैज्ञानिक बकरी पालन के माध्यम से ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने में संस्थान की भूमिका को पुष्ट किया।

कार्यक्रम में 140 से अधिक उपस्थित लोगों ने भाग लिया, जिनमें बकरी पालक (पुरुष तथा महिला दोनों), पशु चिकित्सा छात्र, वैज्ञानिक और संस्थागत कर्मचारी शामिल थे।

(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर)  

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