19 सितंबर, 2025, मुंबई
भाकृअनुप-केन्द्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, मुंबई ने नैनोसिल्वर-फिनिश्ड एंटीमाइक्रोबियल कॉटन टेक्सटाइल के उत्पादन हेतु अपनी तकनीक के लाइसेंस हेतु मेसर्स मेगा बैग्स, पुणे के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते के तहत, भाकृअनुप-सीआईआरसीओटी मेगा बैग्स को अपनी नैनोसिल्वर फिनिशिंग तकनीक तक पहुँच प्रदान करेगा, जो सूती कपड़ों को एंटीमाइक्रोबियल गुण प्रदान करती है। पैकेजिंग सामग्री पर लागू होने पर, यह नवाचार फूलों जैसी पैक की गई वस्तुओं पर सूक्ष्मजीवों की वृद्धि को कम करने में मदद करता है, जैसा कि भाकृअनुप-पुष्पकृषि अनुसंधान निदेशालय, पुणे के सहयोग से प्रमाणित किया गया है।
एमओयू पर डॉ. एस. के. शुक्ला, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईआरसीओटी, मुंबई तथा सुश्री मेघा बंगाले, मेगा बैग्स, पुणे ने हस्ताक्षर किया।

मेसर्स मेगा बैग्स भंडारण तथा परिवहन के दौरान फूलों की पैकेजिंग के लिए इस तकनीक को अपनाने का इरादा रखता है। इसके कार्यान्वयन से कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करने तथा फूलों की शेल्फ लाइफ बढ़ाने की उम्मीद है।
मेसर्स मेगा बैग्स बहुउद्देशीय अनुप्रयोगों के लिए अद्वितीय कपड़े तथा प्लास्टिक आधारित बैगों के डिजाइन और निर्माण में विशेषज्ञता रखता है।
इस अवसर पर, इस तकनीक के प्रवर्तक - डॉ. अजीनाथ दुकारे, डॉ. एन. विग्नेश्वरन, डॉ. ए. अर्पुथराज, डॉ. ज्योति ढाकने-लाड और डॉ. कनिका शर्मा उपस्थित रहे।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, मुंबई)
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