21-23 फरवरी, 2024, बाराबंकी
भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ ने एससीएसपी परियोजना की मिशन नवशक्ति पहल के अंतर्गत एक्वेरियम निर्माण, एक्वेरियम संयोजन तथा रखरखाव में कौशल विकास हेतु तीन दिवसीय सजावटी मछली एक्वेरियम पाठशाला का आयोजन किया। 21 से 23 फरवरी, 2024 तक आयोजित यह तीन दिवसीय कौशल विकास कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की महिला प्रतिभागियों को शामिल करने के लिए आयोजित किया गया था।

डॉ. यू.के. सरकार, निदेशक, भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो तथा डॉ. पूनम जयंत सिंह, नोडल अधिकारी, एससीएसपी, कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थीं।
महिलाओं को एक्वेरियम संयोजन और स्थापना का प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें फ़िल्टर, लाइट, एफआरपी कवर, एलईडी लाइट, फिशनेट आदि जैसे घटक शामिल थे। उन्होंने एक्वेरियम को सौंदर्यपरक ढंग से डिजाइन और सजाने के बारे में भी सीखा, जिससे उन्हें भविष्य में लाभ के लिए आजीवन कौशल प्राप्त हुए।

महिलाओं ने लखनऊ के गंगा एक्वेरियम में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया, जहाँ उन्होंने एक एक्सपोज़र विजिट के दौरान विभिन्न मछली प्रजातियों का अवलोकन किया। महिलाओं ने एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया जिसमें एक्वेरियम की पहचान, विशेषताएं तथा डिजाइन पर ध्यान केन्द्रित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आजीविका एवं उद्यमिता कौशल विकसित करना था, जिससे वे मछली पालन के माध्यम से अपने बैकयार्ड से आय अर्जित करना शुरू कर सके।
मिशन नवशक्ति एक ऐसा कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने और सजावटी मछली उद्योग में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए प्रशिक्षित करना है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य एक ऐसा कार्यबल तैयार करना है जो उद्योग की अपूर्ण आवश्यकताओं को पूरा कर सके, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने तथा अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए सशक्त बना सके। महिलाओं और उनके परिवारों के पास छोटी-छोटी ज़मीनें हैं, जिससे उत्पादकता न्यूनतम होती है। घर के बैकयार्ड के स्थान का उपयोग महिलाओं को सजावटी मछली पालन के माध्यम से आय उत्पन्न करने में सक्षम बनाता है।
अनुसूचित जाति उपयोजना (एससीएसपी) परियोजना का एक हिस्सा, पाठशाला अवधारणा का उद्देश्य एक्वैरियम मछली उद्योग में महिलाओं के लिए आजीविका के अवसरों को सशक्त एवं बढ़ावा देना है। इस परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सजावटी मछली पालन के क्षेत्र में शहरी ज़रूरतों से जोड़ना और चार गाँवों में प्रशिक्षित जनशक्ति तैयार करना है। महिलाओं द्वारा सीखे गए नए कौशल स्थायी आजीविका के अवसरों और आर्थिक स्वतंत्रता के लिए आत्मविश्वास प्रदान करते हैं। मिशन नवशक्ति कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं के बीच वैकल्पिक आय के स्रोत सृजित करना और बाराबंकी जिले के आसपास के गाँवों की गतिशीलता में बदलाव लाना है।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य उत्तर प्रदेश की महिलाओं को एक स्थायी व्यवसाय मॉडल प्रदान करके सशक्त बनाना है जिसे अन्य गांवों और जिलों में भी दोहराया जा सके। कार्यक्रम का उद्देश्य एक आदर्श सजावटी मछली गाँव बनाना था जहाँ महिलाओं को इस प्रणाली से परिचित कराया जाए और बाजार में आपूर्ति के लिए मछली पालन की कला सिखाई जाए।
इस आयोजन का उद्देश्य अतिरिक्त आपूर्ति सुनिश्चित करना और अन्य राज्यों के वितरकों पर निर्भरता कम करना था।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ)







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