22 अगस्त, 2025, कोच्चि
श्री जॉर्ज कुरियन, केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री ने आज भाकृअनुप-केन्द्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान, कोच्चि का दौरा किया। उन्होंने केरल के कुट्टनाड में एकीकृत मत्स्य पालन की संभावनाओं का पता लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। इस अनूठी कृषि प्रणाली में खाद्य उत्पादन तथा किसानों की आय बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं।

श्री कुरियन ने क्षेत्र के मत्स्य पालकों के लिए आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक नई पायलट परियोजना की घोषणा की। यह पहल खाद्य तथा पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु कुट्टनाड की पारंपरिक कृषि पद्धतियों को आधुनिक एकीकृत कृषि तकनीकों के साथ जोड़ने की दिशा में एक कदम है। इस परियोजना के तहत, स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने और संचालन को सुव्यवस्थित करने के लिए मत्स्य पालक उत्पादक संगठन (एफएफपीओ) बनाए जाएंगे।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस पहल का प्राथमिक लक्ष्य क्षेत्र के किसानों की आजीविका को बढ़ाना है। भाकृअनुप-सीएमएफआरआई के वैज्ञानिक उस विशेषज्ञ दल का हिस्सा हैं जिसे स्थिति का आकलन करने और पायलट परियोजना के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का कार्य सौंपा गया है।

श्री राजीव चंद्रशेखर, पूर्व केन्द्रीय मंत्री, डॉ. मोहम्मद कोया, मत्स्य विकास आयुक्त, भारत सरकार; डॉ. ग्रिंसन जॉर्ज, निदेशक, भाकृअनुप-सीएमएफआरआई तथा भाकृअनुप संस्थानों, सरकारी एजेंसियों एवं केवीके के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित रहे।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान, कोच्चि)
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