2 सितंबर 2023, श्रीनिकेतन, विश्वभारती
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता ने जनता के बीच उनके स्वास्थ्य एवं कल्याण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के हिस्से के रूप में आज रथींद्र केवीके, श्रीनिकेतन में एक गतिविधि का आयोजन किया।
डॉ. प्रदीप डे, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, कोलकाता ने कुपोषण से निपटने के लिए जागरूकता अभियानों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बाजरा को न्यूट्रास्युटिकल, पोषण उद्यान के रूप में लोकप्रिय बनाने और पोषण प्रबंधन पर पारंपरिक ज्ञान का उपयोग करने, विशेष रूप से, बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के कमजोर समूह को लक्षित करने पर जोर दिया। उन्होंने "एक स्वास्थ्य" अवधारणा पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।
डॉ. एस. मंडल, प्रमुख, रथींद्र केवीके ने विशेष रूप से पोषण को बढ़ावा देने के लिए केवीके की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
डॉ. ए.के. बारिक, प्रिंसिपल, पल्ली शिक्षा भवन, श्रीनिकेतन, विश्वभारती ने कहा कि समस्या के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ऐसे अभियान आवश्यक हैं क्योंकि अगर मां स्वस्थ नहीं हैं तो बच्चा स्वस्थ नहीं हो सकता है।
किसानों को पत्तेदार सब्जियां, दालें और बाजरा सहित किचन गार्डन के लिए बीज के पैकेट भी वितरित किए गए। किसानों के लाभ के लिए क्षेत्र दौरे और वैज्ञानिक-किसान संवाद कार्यक्रम भी आयोजित किए गए और विस्तार बुलेटिन वितरित किए गए।
केवीके द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में दो महिलाओं द्वारा प्रतिनिधित्व किये गये छह गांवों के किसान उत्पादक संगठनों के लगभग 53 महिला किसानों ने कार्यक्रम में भाग लिया, जिनमें से 80% से अधिक अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति समूह से संबन्धित थीं।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)
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