नींबू वर्गीय फलों के किसानों के लिए उत्तम कृषि पद्धतियों को अपनाने पर क्षमता विकास कार्यक्रम का आयोजन

नींबू वर्गीय फलों के किसानों के लिए उत्तम कृषि पद्धतियों को अपनाने पर क्षमता विकास कार्यक्रम का आयोजन

12-13 मार्च, 2024, मध्य प्रदेश

भाकृअनुप-केन्द्रीय नींबू वर्गीय फल अनुसंधान संस्थान, नागपुर ने मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के नींबू वर्गीय फलों के उत्पादकों के लिए 12-13 मार्च, 2024 तक दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एपीडा द्वारा प्रायोजित परियोजना 'नींबू वर्गीय फलों के किसानों के लिए उत्तम कृषि पद्धतियों को अपनाने पर क्षमता विकास कार्यक्रम' के अंतर्गत आयोजित किया गया था।

Capacity Development Programme on Adoption of Good Agriculture Practices for Citrus Farmers  Capacity Development Programme on Adoption of Good Agriculture Practices for Citrus Farmers

मुख्य अतिथि, डॉ. दिलीप घोष, निदेशक, भाकृअनुप-सीसीआरआई, नागपुर, ने नींबू वर्गीय फलों की खेती के लिए भूमि, मूलवृंत और रोपण सामग्री के चयन के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. घोष ने किसानों को नींबू वर्गीय फलों की खेती के लिए वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाने और केवल प्रमाणित नर्सरियों से ही रोपण सामग्री प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया।

श्रीमती पूनम कपूर, क्षेत्रीय प्रमुख (एपीडा), भोपाल ने नींबू वर्गीय फलों के निर्यातकों के लिए एपीडा की योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

भाकृअनुप-सीसीआरआई के वैज्ञानिकों ने तकनीकी सत्र के दौरान किसानों को नींबू वर्गीय फलों की खेती के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर मार्गदर्शन दिया।

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के सौसर, पांढुर्ना और मोहखेड़ ब्लॉकों से कुल 35 प्रशिक्षुओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय नींबू वर्गीय फल अनुसंधान संस्थान, नागपुर)

×