18 अप्रैल, 2016, विजयनगरम
श्री अशोक गजपति राजू, माननीय केन्द्रीय नागरिक विमानन मंत्री द्वारा दिनांक 18 अप्रैल, 2016 को विजयनगरम में कृषि विज्ञान केन्द्र, रस्टाकुंटुबाई (एएनजीआरएयू) द्वारा प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) पर आयोजित किसान मेले का उदघाटन किया गया। माननीय मंत्री महोदय ने इस बात पर बल दिया कि प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) केन्द्र सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है और इसमें किसानों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता झलकती है। इस योजना में बहुत कम फसल बीमा प्रीमियम पर कहीं अधिक लाभ सुनिश्चित होता है वरन् इसमें स्थानीय आपदाओं के कारण होने वाला फसल नुकसान भी शामिल रहता है और इसके माध्यम से दावों के तेजी से निपटान हेतु स्मार्ट प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाता है।
श्री एम.के. नायक, जिला कलेक्टर एवं मजिस्ट्रेट ने कृषि विभाग के अधिकारियों से गांवों में जागरूकता कार्यक्रमों को प्रारंभ करने के लिए कहा।
श्री प्रसादला रामकृष्ण, नगर निगम अध्यक्ष ने कृषि विज्ञान केन्द्र, रस्टाकुंटुबाई तथा क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
श्रीमती स्वाति शोभा रानी, जोनल परियोजना अध्यक्ष; डॉ. के.ए. नायडु, एमएलए, गजपतिनगरम; श्री दवारापुरेड्डी जगदीश, एमएलसी, पार्वतीपुरम; श्रीमती जी. संध्या रानी, एमएलसी, सातुर ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया और जिले में विशेषकर छोटे तथा सीमान्त किसानों के लाभ के लिए प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) की जरूरत पर बल दिया।
श्री वी.वी.एस.राव, मुख्य प्रबंधक, एग्रीकल्चरल इन्श्योरेंस कम्पनी लि., हैदराबाद ने प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के बारे में विस्तार से बताते हुए किसानों की जिज्ञासाओं का उत्तर दिया और नई बीमा योजना के बारे में स्पष्टीकरण दिया।
डॉ. वाई.जी. प्रसाद, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोन-5, हैदराबाद ने अभी तक आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के 50 जिलों में अपने कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) पर जागरूकता का सृजन करने में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की भूमिका के बारे संक्षेप में जानकारी दी।
समारोह के मुख्य अतिथि द्वारा तेलगु भाषा में प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) पर किसान मित्रवत साहित्य जारी किया गया जिसे इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले लगभग 1000 किसानों में वितरित किया गया।
एएनजीआरएयू, संबंधित विभागों और आत्मा के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन-5, हैदराबाद)
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें