15 thसितंबर 2016, सिक्किम
भाकृअनुप – राष्ट्रीय जैविक खेती अनुसंधान संस्थान, गंगटोक, सिक्किम द्वारा राज्य के सभी केवीके की समीक्षा तथा प्रत्येक विषय-वस्तु विशेषज्ञ की प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए बैठक बुलाई गई।
डॉ. विद्युत सी. डेका, निदेशक, भाकृअनुप – अटारी, उमियम, मेघालय ने कहा कि विस्तार कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच की दूरी को कम करने के लिए खेत परीक्षण और प्रथम पंक्ति प्रदर्शनों के क्रियान्वयन का आंकलन किसानों के खेतों में होना चाहिए। इसके साथ ही केवीके को प्रथम पंक्ति विस्तार संगठन के तौर पर कार्य करना चाहिए।
डॉ. आर.के. अवस्थे, संयुक्त निदेशक, आईसीएआर- एनओएफआरआई, तदोंग ने एनओएफआरआई द्वारा विकसित तकनीकों के बारे में जानकारी दी और राज्य में जैविक बीजों की आपूर्ति के लिए बीज उत्पादन का सुझाव दिया।
कार्यक्रम समन्वयक एवं चारों केवीके के विषय-वस्तु विशेषज्ञों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोतः केवीके, पूर्वी सिक्किम)
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