23-24 अक्टूबर, 2025, बेंगलुरु
भाकृअनुप-इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, बेंगलुरु कैंपस ने 23-24 अक्टूबर, 2025 को बेंगलुरु में वैक्सीन तथा डायग्नोस्टिक्स पर कंसोर्टियम रिसर्च प्लेटफॉर्म की 2024-25 के लिए सालाना रिव्यू मीटिंग होस्ट की।
डॉ. राघवेंद्र भट्टा, सहायक महानिदेशक (एनिमल साइंसेज), भाकृअनुप, ने एनिमल साइंसेज, फिशरीज़ और लाइवस्टॉक में वी एण्ड डी के इंटीग्रेटेड रिसर्च अप्रोच हेतु सीआरपी पर ज़ोर दिया, तथा किसानों को फ़ायदा पहुँचाने वाली इनोवेटिव टेक्नोलॉजी डेवलप करने में इसकी सफलता की तारीफ की। उन्होंने स्ट्रेटेजिक प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, नॉन-बोवाइन मिल्क, क्लोनिंग, जीनोम एडिटिंग और ‘वन हेल्थ’ जैसे नए रिसर्च एरिया को एक्सप्लोर करने के महत्व पर भी ज़ोर दिया, साथ ही इनोवेशन को असरदार तरीके से मार्केट करने तथा स्टेकहोल्डर की रोजी-रोटी बढ़ाने के लिए इंडस्ट्री पार्टनरशिप पर ज़ोर दिया।
डॉ. पल्लब चौधरी, जॉइंट डायरेक्टर एवं वी एण्ड डी पर सीआरपी के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, भाकृअनुप-आईवीआरआई, बेंगलुरु कैंपस, ने वी एण्ड डी प्लेटफॉर्म पर सीआरपी की प्रोग्रेस का ओवरव्यू दिया और बताया कि 3 टेक्नोलॉजी रिलीज हो चुकी हैं, 8 टेक्नोलॉजी कमर्शियलाइज हो चुकी हैं और 7 पेटेंट फाइल हो चुके हैं।

डॉ. दिवाकर हेमाद्री, असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल (एनिमल हेल्थ), डॉ. शुभदीप घोष, असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल (मरीन फिशरीज) तथा डॉ. बिकाश मंडल, असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल (इंटरनेशनल रिलेशंस), डॉ. एस.के. सिंह, जॉइंट डायरेक्टर (रिस), भाकृअनुप-आईवीआरआई (वर्चुअल मोड), ने भी रिव्यू मीटिंग में हिस्सा लिया तथा जरूरी सुझाव दिया।
फोरम ने 31 चल रहे रिसर्च प्रोजेक्ट्स का रिव्यू किया। सभी 3 सेक्टर्स के सेक्टर कोऑर्डिनेटर, 14 भाकृअनुप रिसर्च इंस्टीट्यूट्स के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर और को-इन्वेस्टिगेटर ने मीटिंग में हिस्सा लिया। उन्होंने साल 2024-25 के लिए प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश की और 2025-26 के लिए टारगेट बताया। अगले इएफसी के तहत डिमांड पर आधारित रिसर्च शुरू करने का फैसला किया गया।
(सोर्स: भाकृअनुप-इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, बेंगलुरु)







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