12 अगस्त, 2025, गोवा
भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा के अंतर्गत भाकृअनुप-कृषि विज्ञान केन्द्र, उत्तरी गोवा ने आज अपनी 27वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति (एसएसी) बैठक सफलतापूर्वक आयोजित की।

डॉ. परवीन कुमार, निदेशक, भाकृअनुप-सीसीएआरआई, गोवा ने प्रौद्योगिकी निर्माण तथा अपनाने के बीच की खाई को पाटने में केवीके उत्तरी गोवा की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रौद्योगिकी प्रसार, प्राकृतिक कृषि प्रदर्शन इकाइयों को सुदृढ़ बनाने, छत पर बागवानी प्रदर्शन इकाई शुरू करने तथा जलवायु-अनुकूल आजीविका को बढ़ाने के लिए मांग-आधारित प्रौद्योगिकियों के लिए एक रोडमैप तैयार करने में केन्द्र की पहलों पर प्रकाश डाला।
डॉ. एस.के. रॉय, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, पुणे (ज़ोन VIII) ने विकसित कृषि संकल्प अभियान के दौरान किसानों की चुनौतियों का समाधान करने में केवीके के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने संबंधित विभागों के साथ समन्वय, लवण-सहिष्णु किस्मों को बढ़ावा देने, टिकाऊ चारा विकल्प के रूप में साइलेज बनाने एवं उद्यमिता विकास के महत्व पर बल दिया।

डॉ. एम.एस. गवानकर, अनुसंधान निदेशक, क्षेत्रीय फल अनुसंधान केन्द्र, वेंगुर्ला ने उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए काजू, धान एवं सब्जियों के बड़े पैमाने पर प्रदर्शन पर ज़ोर दिया।
विशेषज्ञों ने पिछली एसएसी की कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत की और 2025 की कार्य योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की।
बैठक में नाबार्ड, एटीएमए उत्तरी गोवा, मत्स्य पालन विभाग, केवीके दक्षिणी गोवा के वैज्ञानिकों और प्रगतिशील किसानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिन्होंने रचनात्मक सुझावों के साथ सक्रिय रूप से योगदान दिया। विचार-विमर्श के दौरान केवीके की पहुँच को मज़बूत करने, प्रौद्योगिकी अपनाने को बढ़ावा देने तथा कार्यक्रम के प्रभाव को बेहतर बनाने पर ध्यान केन्द्रित किया गया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि विज्ञान केन्द्र, उत्तरी गोवा)
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