16 जुलाई, 2025, नई दिल्ली
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली और वैज्ञानिक एवं नवोन्मेषी अनुसंधान अकादमी (एसीएसआईआर), गाजियाबाद ने आज कृषि एवं संबद्ध विज्ञानों में बहुविषयक अनुसंधान, शैक्षणिक आदान-प्रदान एवं क्षमता निर्माण में सहयोग को मजबूत करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया।
2012 में स्थापित राष्ट्रीय महत्व का संस्थान, एसीएसआईआर, अंतर्विषयक दृष्टिकोणों पर जोर देते हुए, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अग्रणी क्षेत्रों में उन्नत शिक्षा तथा अनुसंधान पर केन्द्रित है। इस समझौता ज्ञापन में एक सहयोगी पीएचडी कार्यक्रम, विशिष्ट पाठ्यक्रम, अल्पकालिक प्रशिक्षण, इंटर्नशिप, छात्र प्रतियोगिताएं, नवाचार चुनौतियां और नेटवर्किंग कार्यक्रमों जैसी संयुक्त पहलों की परिकल्पना की गई है।
इस समझौता ज्ञापन पर, डॉ. जे.के. जेना, उप-महानिदेशक (शिक्षा), भाकृअनुप और प्रो. मनोज के. धर, निदेशक, एसीएसआईआर ने हस्ताक्षर किया।

डॉ. जेना ने कृषि विज्ञान को उभरते नवाचारों से जोड़ने में इस साझेदारी के रणनीतिक महत्व पर ज़ोर दिया, जबकि प्रो. धर ने एकीकृत वैज्ञानिक सहयोग के लिए देश के सबसे बड़े प्लेटफार्मों में से एक बनाने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला।
गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए डॉ. एस. के. शर्मा, सहायक महानिदेशक (ईपीएचएस), भाकृअनुप ने विश्वास व्यक्त किया कि यह साझेदारी अंतर्विषयक अनुसंधान एवं राष्ट्रीय क्षमता निर्माण के परिदृश्य को पुनर्परिभाषित करेगी।
इस समझौते के तहत, दोनों संस्थान संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, संकाय तथा छात्रों के आदान-प्रदान, अनुसंधान अवसंरचना के साझा उपयोग और सह-लेखक प्रकाशनों पर सहयोग करेंगे। प्रमुख फोकस क्षेत्रों में जलवायु-अनुकूल कृषि, जैव प्रौद्योगिकी, डिजिटल कृषि एवं सतत विकास शामिल है।
समारोह का समापन समझौता ज्ञापन पर औपचारिक हस्ताक्षर और डॉ. एस. के. शर्मा, सहायक महानिदेशक (ईपीएचएस), भाकृअनुप द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
इस कार्यक्रम में भाकृअनुप और एसीएसआईआर दोनों के वरिष्ठ अधिकारी, अतिरिक्त महानिदेशक, प्रमुख वैज्ञानिक और प्रशासनिक प्रतिनिधि शामिल हुए, जिनमें डॉ. बिमलेश मान, पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक, ईपीएचएस, भाकृअनुप भी शामिल थे।
(स्रोत: कृषि शिक्षा प्रभाग, भाकृअनुप)
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