20 सितम्बर, 2025, भरतपुर
भाकृअनुप-भारतीय सरसों अनुसंधान संस्थान, भरतपुर में बीज पखवाड़े (15 सितम्बर से 20 सितम्बर तक) का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा रहा है। इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य किसानों को संस्थान द्वारा विकसित सरसों की विभिन्न उन्नत एवं उच्च गुणवत्ता वाली किस्मों के बीज उचित मूल्य पर उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपनी खेती में इसका उपयोग कर अधिक उत्पादन और बेहतर आय प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर संस्थान के वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञ किसान को नवीनतम कृषि तकनीकों की जानकारी भी दे रहे हैं। वे किसानों को मृदा प्रबंधन, उचित बीज दर, समय पर बुवाई, रोग एवं कीट प्रबंधन तथा पोषण प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। इससे किसानों को न केवल सरसों की बेहतर पैदावार मिलेगी बल्कि उत्पादन लागत में कमी और लाभ में वृद्धि भी होगी।
बीज पखवाड़े के दौरान किसानों को सरसों की अनेक लोकप्रिय और उन्नत किस्मों के बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिनमें: राधिका (DRMR 2017-15), बृजराज (DRMR IC-16-38), गिरिराज (DRMR IJ-31), DRMR 1165-40, DRMR 150-35, BPM-11, BPM-1825, NRCHB-101, पीली सरसों (NRCYS-05-02) प्रमुख हैं।
इन किस्मों की विशेषता यह है कि ये उच्च उपज क्षमता, रोग-प्रतिरोधकता और बेहतर तेल गुणवत्ता प्रदान करती हैं, जिससे किसानों को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलता है।
संस्थान का प्रयास है कि इस बीज पखवाड़े के माध्यम से अधिक से अधिक किसानों तक उन्नत बीज पहुँच सकें और वे सरसों उत्पादन में आत्मनिर्भर बनकर देश की खाद्य एवं तेल सुरक्षा में योगदान दे सकें।
(स्रोतः भाकृअनुप-भारतीय सरसों अनुसंधान संस्थान, भरतपुर)
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