भाकृअनुप -केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला में देश को विकसित राष्ट्र बनाने हेतु दिये गये मंत्र ‘न्यू इंडिया मंथन : संकल्प से सिद्धि’ पर विस्तार से चर्चा के साथ 28 अगस्त, 2017 को 69वां स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री वीरेन्द्र कष्यप माननीय सांसद शिमला ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने हेतु सरकार द्वारा चलाए गए विभिन्न कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कृशकों का आह्वान किया कि वे सरकार द्वारा चलाए गए कार्यक्रमों को अपनाकर अपनी आमदनी दोगुनी करें। इसी क्रम में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा इस संबंध में उपलब्ध कराई गई फिल्म भी दिखाई गई।

समारोह के विशिष्ट अतिथि डा. एच. सी. शर्मा, उप-कुलपति डॉ. वाई. एस. परमार बागवानी एवं वानिकी विष्वविद्यालय, नौनी, सोलन ने अपने संबोधन में हिमाचल प्रदेश के किसानों की आय को दोगुना करने हेतु फसल विभिन्नीकरण, उचित कीटनाशकों स्थानीय उत्पादों के प्रयोग इत्यादि पर जोर दिया। डॉ. एस. के. चक्रबर्ती, निदेशक, केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला ने संस्थान की आलू अनुसंधान की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए आगामी पांच वर्शों (2017-2022) के दौरान ”न्यू इंडिया मंथन : संकल्प से सिद्धि“ के संदर्भ में संस्थान की अनुसंधान गतिविधियों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
समारोह के दौरान बागवानी क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों जैसे श्री प्रेम चंद ठाकुर को आलू के क्षेत्र में, श्री संजीव शर्मा को सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में एवं श्री लोकेन्द्र को फलोत्पादन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संस्थान द्वारा प्रकाशित आलू साहित्य-बीज उत्पादन तकनीकी, पोटेटो स्टेटिस्टिक व ”न्यू इंडिया मंथन : संकल्प से सिद्धि“ नामक प्रकाशनों का विमोचन किया गया। इस अवसर पर आलू प्रशिक्षण तकनीकी सत्र में विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 200 कृषकों ने भाग लिया व कृषि विज्ञान केन्द्र, रोहड़ू एवं भाकृअनुप-केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई।
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