17 दिसंबर, 2018, गुवाहाटी
भाकृअनुप-कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), जोन VI, गुवाहाटी ने 16-17 दिसंबर, 2018, को बागवानी अनुसंधान स्टेशन, असम कृषि विश्वविद्यालय, कहिकुची, गुवाहाटी में “असम में 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करना: तकनीकी विकल्प और आगे का रास्ता” नामक दो दिवसीय राज्य स्तरीय किसान मेला-सह-किसान-वैज्ञानिक सहभागिता कार्यक्रम का आयोजन किया।
श्री परिमल सुक्लाबैद्य, मत्स्य, आबकारी, पर्यावरण और वन मंत्री, असम सरकार ने मुख्य अतिथि के तौर पर उद्घाटन भाषण में किसान की आय को दोगुना करने में एकीकृत कृषि की भूमिका पर प्रकाश डाला और किसानों से सरकार की योजना का लाभ उठाने का आग्रह किया।
डा. ए. के. सिंह, उप महानिदेशक (कृषि विस्तार), भाकृअनुप, नई दिल्ली ने बतौर विशिष्ट अतिथि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा की जा रही नई पहलों पर प्रकाश डाला।
डॉ. एस. एन. गोस्वामी, कुलपति, सी. एम. जे. विश्वविद्यालय, जोराबात, मेघालय; डॉ. एल. ओबेद, निदेशक, नारियल विकास बोर्ड, गुवाहाटी; डॉ. बिद्युत सी. डेका, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी जोन-VII, उमियम; डॉ. प्रसन्ना पाठक डी. ई. ई., ए. ए. यू., जोरहाट, भाकृअनुप संस्थानों और असम कृषि विश्वविद्यालय, जोरहाट के अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
कार्यक्रम में किसान-वैज्ञानिक परस्पर सहभागिता राउंड के साथ-साथ एक प्रदर्शन का आयोजन भी किया गया था। साथ ही, निर्दिष्ट क्षेत्र में विकसित की जा रही नवीनतम तकनीकों के बारे में चर्चा की गई।
असम के विभिन्न जिलों से लगभग 2000 किसानों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
(स्त्रोत: भाकृअनुप-कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन VI, गुवाहाटी)
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