प्रभावी पहुँच के लिए डिजिटल मंचों पर ई-वार्तालाप

प्रभावी पहुँच के लिए डिजिटल मंचों पर ई-वार्तालाप

29 अगस्त, 2020, पुणे

भा.कृ.अनु.प.-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पुणे, महाराष्ट्र ने आज ‘प्रभावी पहुँच के लिए डिजिटल मंचों’ पर एक दिवसीय ई-वार्तालाप का आयोजन किया। ई-वार्तालाप का आयोजन संयुक्त रूप से कृषि विज्ञान केंद्र, पुणे-II, महाराष्ट्र और कृषि विज्ञान केंद्र, कोल्हापुर-II, महाराष्ट्र के सहयोग से किया गया था।

.

e-talk-01-01092020.jpg  e-talk-02-01092020.jpg

डॉ. अशोक कुमार सिंह, उप महानिदेशक (कृषि विस्तार), भा.कृ.अनु.प. ने अपने उद्घाटन संबोधन में प्रतिभागियों से पुल विधि का अनुसरण करने और विभिन्न डिजिटल मंचों का समन्वय करने का आग्रह किया।

डॉ. लाखन सिंह, निदेशक, भा.कृ.अनु.प.-अटारी, पुणे महाराष्ट्र ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर गाँवों के अंतिम छोर तक पहुँचने पर जोर दिया। डॉक्टर सिंह ने महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के केवीके द्वारा विभिन्न डिजिटल मंचों का उपयोग करने जैसे विभिन्न मोबाइल ऐप्स विकसित करने, फेसबुक, व्हाट्सएप, यूट्यूब और आवश्यकता आधारित सलाहों के लिए संदेश सुविधाओं का उपयोग करने आदि के लिए किए गए विभिन्न प्रयासों पर प्रकाश डाला।

डॉ. सरवनन राज, निदेशक, कृषि विस्तार, मैनेज, हैदराबाद ने किसानों के लिए विस्तार सलाह हेतु विभिन्न सोशल मीडिया उपयोगों की रूपरेखा तैयार की। डॉ. सरवनन ने देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विभिन्न सोशल मीडिया के पैठ की स्थिति को संबोधित किया।

डॉ. सुदीप मारवाह, प्रमुख और प्रोफेसर, कंप्यूटर अनुप्रयोग, भा.कृ.अनु.प.-भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली ने केवीके पोर्टल की प्रमुख विशेषताओं और सूचनाओं के प्रभावी प्रसंस्करण के लिए इसके संचालन पर प्रकाश डाला। उन्होंने केवीके से सभी संबंधित जानकारी के लिए वन स्टॉप इंफॉर्मेशन पॉइंट (एकल सूचना बिंदु केंद्र) के रूप में केवीके मोबाइल एप्प विकसित करने का आग्रह किया।

श्री शिवाजी फुलसुंदर, पूर्व उपमहानिदेशक, सह्याद्री, मुंबई, महाराष्ट्र ने “विभिन्न माध्यमों से अधिकतम किसानों तक पहुँचने के लिए कृषि प्रौद्योगिकी पर विभिन्न सोशल मीडिया के लिए श्रव्य-दृश्य उत्पादन” पर एक व्याख्यान दिया। श्री फुलसुंदर ने दृश्य और श्रव्य उत्पादन के दौरान विभिन्न कारकों और मूल बातों पर ध्यान देने की जरूरत पर ज़ोर दिया।

डॉ. राजर्षि रॉय बर्मन, प्रमुख वैज्ञानिक (कृषि विस्तार), भा.कृ.अनु.प.-भा.कृ.अनु.सं., नई दिल्ली ने कोविड-19 महामारी के दौरान कृषि उपज के अभिनव विपणन के लिए विभिन्न सोशल मीडिया नेटवर्किंग पर बात की।

श्री एस. के. जोशी, व्यवसाय प्रबंधक, भा.कृ.अनु.प.-कृषि ज्ञान प्रबंध निदेशालय, नई दिल्ली ने कृषि ज्ञान के प्रचार-प्रसार में ई-लर्निंग की भूमिका पर प्रकाश डाला। विभिन्न भा.कृ.अनु.प.-संस्थानों द्वारा विकसित विभिन्न ई-लर्निंग मॉड्यूल और ई-संसाधनों का उपयोग करने पर जोर देते हुए श्री जोशी ने अधिकतम ज्ञान उत्पादन के लिए भा.कृ.अनु.प.-डीकेएमए का उपयोग करने पर जोर दिया।

कार्यक्रम में लगभग 160 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

(स्रोत: भा.कृ.अनु.प.-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पुणे, महाराष्ट्र)

 

×