‘आत्मनिर्भर भारत के लिए किसानों की दुगुनी आय और कृषि परिवारों की पोषण सुरक्षा’ पर जिला स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

‘आत्मनिर्भर भारत के लिए किसानों की दुगुनी आय और कृषि परिवारों की पोषण सुरक्षा’ पर जिला स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

17 सितंबर, 2020, बारामुला

कृषि विज्ञान केंद्र, बारामुला, जम्मू और कश्मीर ने आज राष्ट्रीय पोषण माह को मनाने के क्रम में ‘आत्मनिर्भर भारत के लिए किसानों की दुगुनी आय और कृषि परिवारों की पोषण सुरक्षा’ पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया।

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मुख्य अतिथि, श्री नवीन कुमार चौधरी, प्रमुख सचिव कृषि उत्पादन और किसान कल्याण, पशु भेड़ पालन विभाग, केंद्र शासित प्रदेश, जम्मू और कश्मीर सरकार ने किसान उत्पादक संगठनों का गठन करने, किसानों के प्रत्यक्ष लाभ के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं के समर्थन के साथ युवाओं के स्वरोजगार के लिए जैविक खेती और प्रसंस्करण सुविधाओं को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने सरकार की कई किसान हितैषी योजनाओं के महत्त्व पर प्रकाश डाला।

मुख्य अतिथि ने बारामुला जिले के किसानों के लिए मौसम आधारित कृषि सलाहकार सेवा का शुभारंभ किया और केवीके की एकीकृत कृषि प्रणाली के हिस्से के रूप में “गो ग्राह” की ई-आधारशिला रखी। उन्होंने प्रतिभागियों को कृषि उपकरणों सहित इफको द्वारा प्रदान की गई सब्जी बीज किट भी वितरित की।

इससे पहले, अपने स्वागत संबोधन में डॉ. डी. बी. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप- केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान, बारामुला, जम्मू और कश्मीर ने कृषक समुदाय के लाभों के लिए संस्थान की अनुसंधान उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने के लिए रणनीतियों और हस्तक्षेपों के बारे में किसानों के बीच जागरूकता पैदा करना तथा आत्मनिर्भर भारत के लिए कृषि परिवारों की पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करना था।

मुख्य कृषि अधिकारी बारामुला; एसडीएम, गुलमर्ग; कार्यक्रम में जिले के विभिन्न हिस्सों से आए 150 किसानों, कृषक महिलाओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ सेवा भारती के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

(स्रोत: कृषि विज्ञान केंद्र, भाकृअनुप- केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थानबारामुलाजम्मू और कश्मीर)

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