भाकृअनुप-अटारी, बेंगलुरु और भाकृअनुप-केवीके, बेलगाम-I, कर्नाटक द्वारा कृषि सुधार विधेयकों-2020 पर वेबिनार का हुआ आयोजन

भाकृअनुप-अटारी, बेंगलुरु और भाकृअनुप-केवीके, बेलगाम-I, कर्नाटक द्वारा कृषि सुधार विधेयकों-2020 पर वेबिनार का हुआ आयोजन

3 अक्तूबर, 2020

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भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु और भाकृअनुप-कृषि विज्ञान केंद्र, बेलगाम-1, कर्नाटक ने आज 'कृषि विधेयक-2020 – कृषक समुदाय के लिए टिकाऊ व लाभदायक भविष्य सुनिश्चित करने' पर एक वेबिनार का आयोजन किया।  

श्री सुरेश प्रभु, सदस्य, राज्य सभा और भारत के शेरपा से जी -7, जी -20 और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि नए फार्म विधेयक-2020 ने किसानों को देश में कहीं भी मूल्य निर्धारण और व्यापार करने की पूर्ण स्वतंत्रता सुनिश्चित की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह विधेयक किसानों को निर्यात बाजारों के दोहन के लिए प्रोत्साहित करता है। श्री सुरेश प्रभु ने आईसीएआर से यह भी आग्रह किया कि वे कृषि में अनुसंधान और जल स्मार्ट प्रौद्योगिकियों के माध्यम से जलवायु अनुकूल तकनीकों पर तीव्रता से ध्यान केंद्रित करें ताकि कम पानी की बूँदें और अधिक फसलों की कटाई सुनिश्चित की जा सके।

श्री बासवराज हंबरवाड़ी, पूर्व अध्यक्ष, कर्नाटक विपणन महासंघ, कर्नाटक ने प्रतिभागियों को विधेयक के प्रावधानों और किसानों को इसके लाभों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने विधेयक के चार प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डाला जो किसान को केवल अपने खेत में या कृषि उपज एवं पशुधन बाजार समिति (एपीएमसी) में उपज बेचने में सक्षम बनाता है।

श्री इरना कदादी, सदस्य, राज्य सभा सहित श्री बालाचंद्र जाराकिहोली, विधायक एवं अध्यक्ष, कर्नाटक दुग्ध महासंघ; श्री आर. एम. पाटिल, अध्यक्ष, भाकृअनुप-बर्ड्स केवीके; श्री रामचंद्र रेड्डी, पूर्व विधायक, कर्नाटक; डॉ श्रीपाद कुलकर्णी, नोडल अधिकारी, कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, धारवाड़ केवीके और श्री ए. आर. पाटिल, प्रगतिशील किसान ने इस कार्यक्रम में आभासी तौर पर भाग लिया।

डॉ. वेंकटसुब्रमण्यम, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, बेंगलुरु ने इससे पहले अपने स्वागत संबोधन में, कृषि विधेयक-2020 की प्रासंगिकता पर जोर देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य किसानों को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनकी उपज के लिए पारिश्रमिक मूल्य सुनिश्चित करना है।

डॉ. डी. सी. चौगला, वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रमुख, भाकृअनुप-बर्ड्स कृषि विज्ञान केंद्र, बेलागवी-1 ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।

कार्यक्रम में कुल 166 प्रतिभागियों ने आभासी तौर पर भाग लिया।

(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु)

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