PM-KISAN की 21वीं किस्त वितरण एवं दक्षिण भारत प्राकृतिक खेती समिट-2025 का उद्घाटन

PM-KISAN की 21वीं किस्त वितरण एवं दक्षिण भारत प्राकृतिक खेती समिट-2025 का उद्घाटन

19 नवम्बर, 2025, अजमेर

भाकृअनुप-राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र (भाकृअनुप-एनआरसीएसएस), तबीजी, अजमेर में आज प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) की 21वीं किस्त के वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता, श्री भागीरथ चौधरी, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री, ने की।

    

श्री चौधरी ने किसानों को केन्द्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं किसान-हितैषी पहलों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने विशेष रूप से, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), नई कृषि तकनीकें. प्राकृतिक एवं जैविक खेती जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में, डॉ. जे.पी. मिश्रा, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोधपुर; डॉ. विनय भारद्वाज, निदेशक, भाकृअनुप-एनआरसीएसएस, अजमेर; डॉ. धर्मेन्द्र भाटी, प्रभारी, केवीके, अजमेर उपस्थित रहे।

    

डॉ. मिश्रा ने कार्यक्रम की सफलता और किसानों की उत्साहपूर्ण भागीदारी की सराहना की।

डॉ. भारद्वाज ने मसाला अनुसंधान केंद्र की उपलब्धियों एवं चल रही अनुसंधान गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया।

डॉ. भाटी ने केवीके के प्रशिक्षण कार्यक्रमों और तकनीकी प्रसार गतिविधियों की जानकारी दी।

श्रीमती वंदना खोरवाल, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, अजमेर; श्री संजय तनेजा, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग, अजमेर; श्री संजीव कुमार, अतिरिक्त रजिस्ट्रार, सहकारिता विभाग, अजमेर. भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

    

इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) की 21वीं किस्त का राष्ट्रव्यापी विमोचन रहा। प्रधानमंत्री ने 19 नवम्बर, 2025 को दोपहर 2:00 बजे, कोयंबटूर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस किस्त का राष्ट्रव्यापी वितरण किया, जिसके साथ हमारा केन्द्र भी प्रत्यक्ष रूप से जुड़ा रहा। इस निधि से 18 हजार करोड़ रुपये की राशि सीधे देशभर के किसानों के बैंक खातों में हस्तांतरित की गई, जिससे लाखों किसानों को लाभ प्राप्त होगा।

इस अवसर पर जिले के 750 से अधिक किसान उपस्थित रहे, जिनमें महिला किसानों की भागीदारी विशेष रूप से सराहनीय रही। कार्यक्रम में किसान भाई-बहनों, कृषि वैज्ञानिकों, कृषि विभाग के अधिकारियों, तथा विभिन्न कृषि संस्थानों के प्रतिनिधियों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।

कार्यक्रम का समापन किसानों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए राष्ट्रगान के साथ किया गया।

(स्रोतः भाकृअनुप-राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र तबीजी, अजमेर)

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