Reports on Capacity Building

Reports on Capacity Building

‘बढ़ी हुई कृषि उत्पाकदकता बढ़ाने के लिए मृदा की जांच और लक्षित उपज दृष्टिकोण’ पर क्षमता विकास कार्यक्रम

मृदा परीक्षण प्रतिक्रिया पर भाकृअनुप – अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के प्रौद्योगिकी हस्‍तांतरण कार्यक्रम के अंतर्गत दिनांक 7 मार्च, 2016 को गांव नगैरंगबाम, ब्‍लॉक हौरांग सबल, जिला – इम्‍फाल पश्चिम, मणिपुर में ‘बढ़ी हुई फसल उत्‍पादकता बढ़ाने के लिए मृदा परीक्षण एवं लक्षित उपज दृष्टिकोण’ विषय पर एक प्रक्षेत्र दिवस एवं क्षमता विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन जनजातीय किसानों के बीच उन्‍नत फसल उत्‍पादकता के लिए मृदा जांच के आधार पर उर्वरकों का प्रयोग करने के महत्‍व को लोकप्रिय बनाने के लिए किया गया।

‘जनजातीय महिलाओं के लिए मत्य्ाआ प्रसंस्कधरण एवं मूल्यवर्धन’ पर प्रशिक्षण कार्यक्रम

भाकृअनुप – शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान निदेशालय (DCFR), भीमताल तथा भाकृअनुप – केन्‍द्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्‍थान(CIFT), कोच्चि द्वारा संयुक्‍त रूप से दिनांक 2 – 3 मार्च, 2016 को देहरादून में जनजातीय उपयोजना के अंतर्गत ‘प्रसंस्‍करण के माध्‍यम से ताजा जल मत्‍स्‍य का मूल्‍य वर्धन’ विषय पर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रयोजन लघुस्‍तरीय उद्यमशीलता की पहल करके जनजातीय महिलाओं में आजीविका सहयोग के लिए जागरूकता पैदा करने हेतु मत्‍स्‍य से मूल्‍य वर्धित उत्‍पादों को तैयार करने और पकड़ने के उपरांत उनकी संभाल करने के लिए प्रोटोकॉल का प्रदर्शन करना था।

पीपीवी एंड एफआरए पर जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम

15 मार्च, 2016, जोधपुर

भाकृअनुप – कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्‍थान (अटारी), जोधपुर द्वारा आज यहां राजस्‍थान और गुजरात के कृषि विज्ञान केन्‍द्रों के विशेषज्ञों के लिए पौधा किस्‍म एवं कृषक अधिकार अधिनियम 2001 पर एक दिवसीय जागरूकता व प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

Awareness Programme on PPV&FRA organized by KVK, Baramulla

कृषि विज्ञान केन्द्र , बारामूला द्वारा पीपीवी एंड एफआरए पर जागरूकता कार्यक्रम

दिनांक 15 मार्च, 2016 को जम्‍मू व कश्‍मीर के जिला बारामूला में रफियाबाद के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित गांव छटूसा में कृषि विज्ञान केन्‍द्र, बारामूला द्वारा पौधा किस्‍म एवं कृषक अधिकार अधिनियम, 2001 पर एक प्रशिक्षण व जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

Awareness-cum-Training Programme on PPV&FRA Organized

ग्लोाबल जलवायु अवरोध के युग में खाद्य एवं पोषणिक सुरक्षा के लिए कृषि बागवानी एवं सम्बद्ध अनुसंधान के एकीकरण पर सेमिनार

उत्तर-पूर्वी पर्वतीय क्षेत्र के लिए भाकृअनुप अनुसंधान परिसर, मेघालय द्वारा 4 – 6 मार्च, 2016 को इम्‍फाल, मणिपुर में ‘ग्‍लोबल जलवायु अवरोध के युग में खाद्य एवं पोषणिक सुरक्षा के लिए कृषि बागवानी एवं सम्‍बद्ध अनुसंधान के एकीकरण’  पर राष्‍ट्रीय सेमिनार आयोजित किया गया।

National Seminar on

National Seminar on

National Seminar on

ग्लैसडर्स: घोड़े के छूत रोग की निगरानी एवं नैदानिकी’ पर अंतर्राष्ट्री य कार्यशाला

8 – 17 फरवरी, 2016, हिसार

भाकृअनुप – राष्‍ट्रीय अश्‍व अनुसंधान केन्‍द्र, हिसार में दिनांक 8 – 17 फरवरी, 2016 को ‘ग्‍लैडर्स: घोड़े के छूत रोग की निगरानी एवं नैदानिकी’ पर एक अंतर्राष्‍ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस कार्यशाला का प्रयोजन कम्‍प्लीमेन्‍ट फिक्‍सेशन टेस्‍ट तथा अप्रत्‍यक्ष एलाइजा जैसे ग्‍लैंडर्स की  सेरोलॉजीकल नैदानिकी के क्षेत्र में व्‍यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना और साथ ही ग्‍लैंडर्स की निगरानी के लिए ग्‍लैंडर्स रोग वाले देशों के बीच एक नेटवर्क बनाना था।

भारत में अक्षमता, सहायक प्रौद्योगिकी तथा कृषि पर राष्ट्रीय संगोष्ठीन

15 – 16 मार्च, 2016, भोपाल

भाकृअनुप – केन्‍द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्‍थान (CIAE), भोपाल में अक्षमता, सहायक प्रौद्योगिकी और कृषि पर दो दिवसीय राष्‍ट्रीय संगोष्‍ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्‍ठी का आयोजन सोसायटी फॉर डिसअबिलिटी एंड रिहैबिलिटेशन स्‍टडीज (नई दिल्‍ली) तथा भाकृअनुप – केन्‍द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्‍थान, भोपाल द्वारा संयुक्‍त रूप से किया गया।

National Symposium on

किसानों की समृद्धि के लिए जैविक खेती पर राष्ट्रीय संगोष्ठीि

किसानों की समृद्धि के लिए जैविक खेती पर राष्‍ट्रीय संगोष्‍ठी का आयोजन दिनांक 19 – 20 मार्च, 2016 को संयुक्‍त रूप से एकलव्‍य फाउंडेशन, राष्‍ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज संस्‍थान तथा भाकृअनुप – केन्‍द्रीय शुष्‍कभूमि कृषि अनुसंधान संस्‍थान, हैदराबाद द्वारा एनआईआरडी एंड पीआर, हैदराबाद में आयोजित किया गया।

तिलहन उत्पादन प्रौद्योगिकी पर प्रशिक्षण

30 मार्च, 2016, जोधपुर

डॉ. एस.के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप – कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्‍थान, जोधपुर ने कृषि में एक महत्‍वपूर्ण आदान के तौर पर बीज की महत्‍ता बताई। इन्‍होंने कृषि विज्ञान केन्‍द्रों से किसानों के साथ मिलकर भागीदारी मोड में गुणवत्‍ता बीजों को बढ़ावा देने और उत्‍पादन करने की अपील की तथा साथ ही किस्‍मीय प्रतिस्‍थापन  पर विशेष जोर देते हुए बीज प्रतिस्‍थापन दर को बढ़ाने की जरूरत बताई। इन्‍होंने कहा कि कम पैदावार वाली अनाज किस्‍मों से तिलहन फसलों की ओर क्षेत्र का विविधीकरण करना वर्तमान समय की मांग है।

भाकृअनुप – कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्‍थान (अटारी), जोधपुर ने दिनांक 29-30 मार्च, 2016 को तिलहन एवं तेलताड़ पर राष्‍ट्रीय मिशन (NMOOP) के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्‍द्रों के नोड़ल अधिकारियों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।

30 मार्च, 2016, जोधपुर

भाकृअनुप – कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्‍थान (अटारी), जोधपुर ने दिनांक 29-30 मार्च, 2016 को तिलहन एवं तेलताड़ पर राष्‍ट्रीय मिशन (NMOOP) के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्‍द्रों के नोड़ल अधिकारियों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।

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