डॉ. टी. आर. शर्मा, उप महानिदेशक (फसल विज्ञान), भाकृअनुप ने 29 सितंबर 2022 को प्रवरनगर (महाराष्ट्र) में भाकृअनुप-आईआईएसआर, लखनऊ जैविक नियंत्रण केन्द्र के नए भवन की आधारशिला रखी। इस शुभ अवसर पर, डॉ. आर.के. सिंह, सहायक महानिदेशक (सीसी), भाकृअनुप; डॉ. शर्मिला रॉय; डॉ. ए.के. साह; डॉ. एम.के. सिंह; डॉ. डी.एन. बोरासे और डॉ. योगेश थोराट (आईआईएसआर के वैज्ञानिक) भी वहां मौजूद थे। जैविक नियंत्रण केन्द्र के प्रस्तावित भवन एवं सुविधाओं का निर्माण लगभग 1.25 एकड़ भूमि पर किया जायेगा, जिसकी कुल लागत लगभग 5.0 करोड़ रुपये आरकेवीवाई योजना के तहत महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्वीकृत की गई है।
उप महानिदेशक (सीएस) और सहायक महानिदेशक (सीसी) ने गन्ना क्षेत्रों में चल रही अनुसंधान परियोजनाओं और प्रयोगों की निगरानी तथा महाराष्ट्र के गन्ना किसानों के लाभ के लिए केन्द्र के अनुसंधान कार्य और आउटरीच गतिविधियों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
इस अवसर पर, प्रवरनगर चीनी मिल के कामगार सांस्कृतिक भवन में किसान गोष्ठी एवं अभिनंदन समारोह का भी आयोजन किया गया। डॉ. टी.आर. शर्मा ने किसानों और चीनी मिल अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में चीनी और इथेनॉल की बढ़ती मांग को देखते हुए गन्ना किसानों को भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (आईएसआरआई), द्वारा विकसित और समर्थित आधुनिक तकनीक का उपयोग करके गन्ने का उच्च उत्पादन प्राप्त करने की आवश्यकता है। डॉ. शर्मा ने गन्ने में कीटों और रोगों के प्रबंधन के लिए जैव एजेंटों के उपयोग की भी वकालत की। उन्होंने प्रवरनगर चीनी मिल द्वारा अनुसंधान कार्य को सुविधाजनक बनाने के लिए केन्द्र को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। श्रीमती शालिनिताई विखे पाटिल, पूर्व अध्यक्ष, जिला परिषद, अहमदनगर ने किसान गोष्ठी की अध्यक्षता की। गोष्ठी में 250 से अधिक किसानों और कारखाने के कर्मियों ने भाग लिया और वैज्ञानिकों के साथ बातचीत की।
कार्यक्रम का समापन, डॉ. ए.के. साह, प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी विस्तार एवं प्रशिक्षण द्वारा औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
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