भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ ने आज मत्स्य विभाग, उत्तर प्रदेश के सहयोग से मेहंदी घाट, कन्नौज में जंगली ब्रूड स्टॉक का उपयोग करके गंगा नदी में कॉर्प्स के बड़े पैमाने पर कैप्टिव प्रचार की सहायता की।
मुख्य अतिथि, श्री सुब्रत पाठक, सांसद ने अपने संबोधन में, प्राकृतिक आबादी को बढ़ाने, जैव विविधता के संरक्षण और मछुआरों की आजीविका सुरक्षा के लिए गंगा नदी और उसकी मूल मछलियों के महत्व पर प्रकाश डाला।
प्राकृतिक आनुवंशिक विविधता के संरक्षण के प्रमुख उद्देश्य का पालन करते हुए, गंगा नदी से जंगली प्रजातियों के संग्रह के साथ भाकृअनुप-एनबीएफजीआर लाइव फिश जर्मप्लाज्म रिसोर्स सेंटर में उठाए गए तथा उनके बनाए गए ब्रूड स्टॉक से फिश फिंगरलिंग का उत्पादन किया गया।
पीएमएमएसवाई के तहत, भाकृअनुप-एनबीएफजीआर ने मेहंदी घाट, गंगा नदी, कन्नौज में बीज की खेती के लिए मत्स्य पालन विभाग, उत्तर प्रदेश को आईएमसी (IMC) (रोहू, कतला और मृगल) की दो लाख अग्रिम फिंगरलिंग की आपूर्ति की है।
इससे पूर्व, डॉ. यू.के. सरकार, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएफजीआर, लखनऊ ने मत्स्य बीज को मत्स्य विभाग, उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को सौंपे।
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