12 अगस्त, 2022
भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी (एनएएआरएम), हैदराबाद के ए-आइडिया, प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर (टीबीआई) ने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में "उद्यमिता विकास और स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र" पर एक संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन भाकृअनुप- सेंट्रल आइलैंड एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआईएआरआई), पोर्ट ब्लेयर के सहयोग से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के छात्रों के लिए किया गया। कार्यक्रम में अंडमान कॉलेज (ANCOL), पोर्टब्लेयर; अंडमान लॉ कॉलेज पोर्टब्लेयर; टैगोर गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन, पोर्टब्लेयर; जवाहरलाल नेहरू राजकीय महाविद्यालय, पोर्टब्लेयर; डॉ. बी.आर. अम्बेडकर प्रौद्योगिकी संस्थान (DBRAIT), पोर्टब्लेयर और पांडिचेरी विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय परिसर, पोर्टब्लेयर छात्रों को उद्यमिता को एक पेशे के रूप में अपनाने लिए प्रोत्साहित और प्रेरित किया गया।

भाकृअनुप-एनएएआरएम (नार्म) और भाकृअनुप-सीआईएआरआई, पोर्टब्लेयर के लगभग 200 छात्रों और संकाय सदस्यों की भागीदारी के साथ भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में "आजादी का अमृत महोत्सव" मनाने के लिए जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
डॉ. चौ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म एवं अध्यक्ष, ए-आइडिया ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में सामान्य रूप से द्वीप पारिस्थितिकी तंत्र और विशेष रूप से अंडमान एवं निकोबार के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रतिभागियों को कृषि-पारिस्थितिकी पर्यटन, मत्स्य पालन, बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण और पोल्ट्री एवं मांस उद्योग को अपनाने जैसे, कृषि-उद्यमिता के लिए विभिन्न विकल्पों का पता लगाने पर जोर दिया। उन्होंने युवा पीढ़ी से आग्रह किया कि वे रियल-टाइम वेदर एडवाइजरी और हाइब्रिड सौर ऊर्जा मॉडल पर ध्यान केंद्रित करने वाली कंपनियां या स्टार्टअप शुरू करने के लिए दिमाग से उत्पन्न सहज विचारों के साथ आएं।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, डॉ. एकनाथ बी. चाकुरकर, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईएआरआई ने एक-आइडिया, भाकृअनुप-नार्म द्वारा उद्यमिता में प्रदान किए गए अवसर का पूरा उपयोग करने के लिए सभा को संबोधित किया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि छात्रों को अपने विचारों के साथ आना शुरू करना चाहिए और राष्ट्र निर्माण में मदद करने के लिए अच्छे एवं आत्मनिर्भर उद्यमी बनना चाहिए।
डॉ. जी. वेंकटेश्वरलु, संयुक्त निदेशक, भाकृअनुप-नार्म एवं उपाध्यक्ष, ए-आइडिया ने स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम के समर्थन में सरकार द्वारा उठाए गए सक्रिय कदमों पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने नवाचार और उद्यमिता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में चर्चा की।
डॉ. जयसुंदर, प्रभारी, पीएमई, भाकृअनुप-सीआईएआरआई ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और उल्लेख किया कि द्वीपीय क्षेत्र अपनी समृद्ध विविधता के कारण उद्यमिता के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करता है।
डॉ. एन.ए. विजय अविनाशीलिंगम, प्रधान वैज्ञानिक, भाकृअनुप-नार्म और अतिरिक्त सीईओ, ए-आइडिया ने देश में उद्यमिता एवं स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के विकास की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने इनक्यूबेसन की प्रक्रिया और कृषि-पारिस्थितिकी तंत्र में स्टार्ट-अप को इनक्यूबेट करने में ए-आइडिया की भूमिका के बारे में भी बताया।
डॉ. रंजीत कुमार, प्रमुख कृषि व्यवसाय प्रबंधन, भाकृअनुप-नार्म ने उद्यमिता के कौशल पर जोर दिया। उन्होंने उद्यमियों की मानसिकता एवं एक सफल उद्यम स्थापित करने के लिए आवश्यक गुणों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम में, जेनफ्लो एआई (Genflow AI) के संस्थापक एवं सीईओ, श्री नीतीश गौरव ने एक सफल स्टार्ट-अप को बनाने में आने वाली चुनौतियों और इससे प्राप्त अनुभवों के अपने विचार को साझा किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद)







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