30 दिसंबर, 2022, जोधपुर
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), जोधपुर, राजस्थान ने आज 10 केवीके (राजस्थान के 7 केवीके और हरियाणा के 3 केवीके सहित) के लिए "कृषि क्षेत्र में युवाओं को आकर्षित करने और उसे जोड़े रखने की 7 वीं क्षेत्रीय समिति बैठक (आर्या)" का आयोजन किया।
डॉ. एस.के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोधपुर, राजस्थान ने ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार सृजन और आय के नियमित प्रवाह पर जोर दिया। युवाओं की कृषि में रुचि की कमी के कारण, कृषि की कम लाभप्रदता, कृषि कार्यों में नीरसता, ग्रामीण क्षेत्र में जीवन की निम्न गुणवत्ता और तेजी से भूमि की सिकुड़ती आकार उनमें से सबसे महत्वपूर्ण हैं। डॉ. सिंह ने इस बात की भी सराहना की कि आज पारिस्थितिक संतुलन सर्वोपरि है और इसे संबोधित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र से शहरी क्षेत्र में युवाओं के प्रवास को कम किया जा सकता है, यदि गांवों में रोजगार के पर्याप्त अवसर सुनिश्चित किए जाएं।

डॉ. ईश्वर सिंह, निदेशक विस्तार शिक्षा, कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर ने कहा कि विभिन्न योजनाओं में उपलब्ध अवसरों के अभिसरण द्वारा परियोजना की निगरानी और फीडबैक तंत्र पर जोर दिया जाना है, ताकि आय का एक नियमित प्रवाह पुख्ता किया जा सके।
यहां, राजस्थान और हरियाणा के 10 केवीके के प्रमुखों और संबंधित विषय विशेषज्ञों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इसके केन्द्रवार प्रगति (2022) एवं कार्ययोजना (2023) प्रस्तुत की गई। इस प्रकार, विभिन्न पद्धतियों, दृष्टिकोणों, कार्यशैली और विभिन्न मुद्दों को संबोधित करने आदि में संशोधन और सुधार के लिए समिति के सदस्यों द्वारा आलोचनात्मक टिप्पणियां दी गईं।
(स्रोत: भाकृअनुप-अटारी, जोन - II, जोधपुर)







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