6 दिसंबर, 2022, किरदेमुलाई, मेघालय
भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि कीट संसाधन ब्यूरो, बेंगलुरु ने कृषि महाविद्यालय (केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इंफाल), किर्देमकुलई, मेघालय के सहयोग से आज आदिवासी सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया।

डॉ. एस.एन. सुशील, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएआईआर ने पहाड़ी क्षेत्रों में कृषि कीटों के प्रबंधन के लिए गैर-रासायनिक तकनीकी विकल्पों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लाभार्थियों से फसल उपज को बनाए रखने के लिए भाकृअनुप-एनबीएआईआर जैव नियंत्रण प्रौद्योगिकियों और कीट प्रबंधन मॉड्यूल को अपनाने का आग्रह किया।
सीएयू के पूर्व कुलपति, प्रो. प्रेमजीत सिंह ने भी अपने अनुभव साझा किए।
टीएसपी के तहत फार्म इनपुट जैसे पोल्ट्री बर्ड, सीड ड्रेसर, कोनो वीडर, विभिन्न फसलों के बीज और पौधे आदिवासी किसानों को वितरित किए गए।
इस कार्यक्रम में री-भोई जिले, मेघालय के 150 से अधिक आदिवासी किसानों ने भाग लिया और जैविक खेती के लाभों के बारे में अपने अनुभव साझा किए।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि कीट संसाधन ब्यूरो, बेंगलुरु)







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