28 सितम्बर, 2022, निम्पीथ
भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मत्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सीआईएफआरआई) ने रामकृष्ण आश्रम केवीके, निम्पीथ और रोटरी इंटरनेशनल, कोलकाता महानगर के सहयोग से केवीके निम्पीथ आश्रम के गोद लिए गए गांवों में सजावटी मछली समूह के विकास की शुरुआत की, जिसमें 50 अनुसूचित जाति की महिलाओं को सजावटी मछली पालन के लिए अपनाया गया। डॉ. बी.के. दास, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईएफआरआई के मार्गदर्शन में ग्रामीण अनुसूचित जाति महिलाओं के आजीविका विकास के लिए निम्प्थ क्षेत्र के लिए एक सजावटी क्लस्टर की योजना बनाई गई थी।

इस अवसर पर रामकृष्ण आश्रम के स्वामी, आशानन्द जी महाराज, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए और अपने संबोधन में कहा कि इस क्षेत्र की महिलाएं आमतौर पर घर के कामों में व्यस्त रहती हैं। उन्होंने महिला मत्स्य पालक किसानों के विकास के लिए गंभीरता से विचार करने का सुझाव दिया और आशा व्यक्त की कि भविष्य में और अधिक महिलाएं सजावटी मत्स्य पालन गतिविधियों में रुचि ले इस पर कार्य करने की जरूरत है।
डॉ. बी. के. दास, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईएफआरआई ने अपने संबोधन में महिला मत्स्य पालक किसानों को अपनी आजीविका के विकास और थोड़े प्रयास के साथ अतिरिक्त कमाई के लिए सजावटी मछली पालन करने की सलाह दी।
अनुसूचित जाति की महिला लाभार्थियों को 50 यूनिट एफआरपी अलंकृत टैंकों के साथ मछली का चारा, सजावटी मछली और अन्य सामान वितरित किए गए।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय अंतर्देशीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर, कोलकाता-700 120)







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