13 फरवरी, 2024, गोवा
भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा ने आज नाबार्ड के सहयोग से सजावटी मछली पालन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।

डॉ. ए. रायज़ादा, प्रभारी निदेशक, भाकृअनुप-सीसीएआरआई, ने उद्यमिता तथा आजीविका संवर्धन तथा खाद्य एवं पोषण सुरक्षा प्रदान करने हेतु मत्स्य पालन और जलीय कृषि के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने आजीविका और राजस्व सृजन के लिए गोवा में सजावटी मछली पालन के महत्व पर प्रकाश डाला।

भाकृअनुप-सीसीएआरआई चुनिंदा प्रजातियों के लिए प्रजनन प्रोटोकॉल विकसित करके गोवा में देशी सजावटी मछलियों के संरक्षण पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने सजावटी मछली पालन के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान दिया। प्रशिक्षण में एक्वेरियम टैंक निर्माण, एक्वा स्क्रैपिंग, सजावटी मछलियों के लिए चारा तैयार करना, लार्वा पालन तथा देशी सजावटी मछलियों के लिए प्रेरित प्रजनन तकनीक का प्रदर्शन शामिल था, जबकि प्रतिभागियों को संस्थान के एक्वेरियम परिसर एवं जलीय कृषि फार्म से परिचित कराया गया।
गोवा से कुल 15 प्रशिक्षुओं (जिनमें 10 महिलाएं शामिल थीं) ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)







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