23 जनवरी, 2023, अल्मोड़ा
भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा और भाकृअनुप-शीत जल मात्स्यिकी अनुसंधान निदेशालय, भीमताल के बीच आज भाकृअनुप-वीपीकेएएस, अल्मोड़ा में अनुसंधान सहयोग की संभावनाओं का पता लगाने के लिए विचार-मंथन बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य भाकृअनुप-वीआईपीकेएएस द्वारा विकसित गुणवत्तापूर्ण प्रोटीन मक्का (क्यूपीएम) को मत्स्य आहार के रूप में उपयोग करने की संभावना पर चर्चा करना था।

डॉ. लक्ष्मीकांत, निदेशक भाकृअनुप-वीपीकेएएस ने क्यूपीएम के विशेष संदर्भ में संस्थान में किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि मूल विचार यह है कि क्यूपीएम का मछली फ़ीड में एक घटक के रूप में इस्तेमाल की जा सकती है और यह मछली में किसी भी प्रकार के सुधार को प्रोत्साहित कर सकती है।
डॉ. प्रमोद कुमार पांडे, निदेशक भाकृअनुप-डीसीएफआर ने अर्थव्यवस्था में मछली के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने क्यूपीएम के साथ महंगी सामग्री के एक हिस्से को बदलने की संभावना पर जोर दिया।
डॉ. आर.के. खुल्बे, मक्का ब्रीडर, भाकृअनुप-वीपीकेएएस ने गुणवत्तापूर्ण प्रोटीन मक्का (क्यूपीएम) और क्यूपीएम मक्का के मछली आहार घटक के रूप में उपयोग की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी।
भाकृअनुप-वीपीकेएएस, अल्मोड़ा डीसीएफआर, भीमताल को अनुमानित और अन्य गुणवत्ता मानकों के साथ 10 किलोग्राम क्यूपीएम बीज प्रदान करेगा। इस प्रकार क्यूपीएम सीड पाउडर का उपयोग फिश फीड फॉर्मूलेशन में किया जाएगा और क्यूपीएम फेड फिश का प्रारंभिक फेनोटाइप डीसीएफआर भीमताल द्वारा किया जाएगा।
बैठक में दोनों संस्थानों के वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)







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