ए-आईडीए, भाकृअनुप-नार्म ने बेंगलुरु में स्टार्टअप्स के साथ एफपीओ को जोड़ने के लिए समामेलन का आयोजन

ए-आईडीए, भाकृअनुप-नार्म ने बेंगलुरु में स्टार्टअप्स के साथ एफपीओ को जोड़ने के लिए समामेलन का आयोजन

30 दिसंबर, 2022, हैदराबाद

ए-आइडिया, भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद के टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर ने आज कर्नाटक विज्ञान और प्रौद्योगिकी अकादमी (केएसटीए), बेंगलुरु में बागवानी विज्ञान परिसर विश्वविद्यालय के सहयोग से एफपीओ/एफपीसी, किसान, स्टार्टअप समामेलन का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य ए-आईडीईए द्वारा समर्थित स्टार्टअप के साथ एफपीओ/एफपीसी और कर्नाटक के किसानों को एक साथ जोड़न था। 

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प्रो. एस. अय्यप्पन, अध्यक्ष, कर्नाटक विज्ञान और प्रौद्योगिकी अकादमी (केएसटीए), बेंगलुरु, कर्नाटक तथा पूर्व सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप) ने अध्यक्षीय संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक स्टार्टअप को बनाए रखने में तथा स्टार्टअप को सफल बनाने में वैज्ञानिकों द्वारा प्रौद्योगिकी में सुधार; बिजनेस प्लानिंग और ग्रोथ मॉडल अहम भूमिका निभाते हैं। इस प्रकार एफपीओ को सरकारी एजेंसियों के लिए थोक आपूर्तिकर्ता के रूप में माना जा सकता है।

मुख्य अतिथि, डॉ. एम.वी. वेंकटेश, आईएएस, आयुक्त, वाटरशेड विकास विभाग, जीओके ने अनुकूलित उत्पादों को विकसित करके किसानों की जरूरतों को समझने और उनकी आवश्यकताओं के अनुसार उनकी जरूरतों को पूरा करने के महत्व पर जोर दिया।

डॉ. चौ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-एनएएआरएम, हैदराबाद ने कहा कि भोजन की बर्बादी से 1 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होता है। इसलिए, स्टार्टअप द्वारा खाद्य नुकसान को कम करने, कृषि से संपत्ति बनाने पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही कटाई के बाद होने वाले नुकसान से बचने के लिए मूल्यवर्धन जरूरी है।

डॉ. के.एस. महेश, जीएम, नाबार्ड, क्षेत्रीय कार्यालय, बेंगलुरु ने कहा कि एफपीओ राष्ट्र की रीढ़ बन रहे हैं और ‘तीन एम’ जैसे मानसून, बाजार और पैसा किसानों और एफपीओ पर प्रभाव पैदा करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

स्टार्टअप ने अपने नवाचारों, उत्पादों और सेवाओं को प्रस्तुत किया और इसके लाभों का प्रदर्शन किया। इस आयोजन ने सफल व्यापारिक लेनदेन के लिए और एफपीओ के साथ आगे सहयोग के लिए उनके बीच नेटवर्किंग को एक अंतिम मंच के रूप में कायम करने पर जोर दिया गया।

कार्यक्रम में पूरे कर्नाटक के विभिन्न स्थानों से लगभग 20 स्टार्टअप और 90 एफपीओ और किसानों ने भाग लिया।

यहां, नाबार्ड, एनजीओ, सीबीबीओ के वरिष्ठ अधिकारी और वाटरशेड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट, कर्नाटक साइंस एंड टेक्नोलॉजी एकेडमी, कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर, बेंगलुरु और अन्य प्रतिष्ठित संगठनों के अधिकारियों ने उपस्थित होकर इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद)

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