21 दिसंबर, 2022, लुधियाना
मूंगफली प्रसंस्करण के ऊष्मायन के लिए, भाकृअनुप-केन्द्रीय कटाई-उपरान्त अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सीफेट) तथा श्री सम्राट आर. सिंह के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

इस समझौता ज्ञापन में कृषि व्यवसाय, व्यापार क्षेत्र जिसमें खेती और खेती से संबंधित व्यावसायिक गतिविधियाँ, साथ ही कृषि उत्पाद को बाजार में भेजने के लिए आवश्यक सभी कदम - उत्पादन, प्रसंस्करण और वितरण शामिल हैं। आज जागरूकता के अभाव में ग्रामीण युवाओं को उन्नत तकनीक का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, एबीआई परियोजना के तहत, भाकृअनुप-सीफेट लुधियाना चयनित तकनीकों के लिए ऊष्मायन सुविधाएं प्रदान कर रहा है।
लुधियाना के श्री सम्राट आर. सिंह ने मूंगफली प्रसंस्करण की ऊष्मायन सुविधा के लिए सीफेट से संपर्क किया, क्योंकि मूंगफली आधारित उत्पाद प्रोटीन और फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ-साथ कैंसर को रोकने में सहायक होते हैं, रक्त शर्करा को नियंत्रित करते हैं और कम वसा होने के कारण यह व्यक्तियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है, खास कर ऐसे लोगों के लिए जिन्हें अपने समग्र स्वास्थ्य में सुधार करना है।
डॉ. नचिकेत कोतवालीवाले ने उन्हें आश्वासन दिया कि इनक्यूबेशन के सफल समापन के बाद कृषि व्यवसाय इकाई की स्थापना और स्टार्टअप के लिए हर संभव मदद की जाएगी।
डॉ. नचिकेत कोतवालीवाले (निदेशक, भाकृअनुप-सीफेट), तथा सीफेट टीम जिसमें, डॉ. रंजीत सिंह (पीआई एबीआई), डॉ. रेणु बालकृष्णन (आई/सी आईटीएमयू) और ईआर. अलका शर्मा इस अवसर पर मौजूद रहीं।
(स्रोत: भाकृअनुप-सीफेट, लुधियाना)







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