Reports on Capacity Building

Reports on Capacity Building

सीआईएफआरआई के इलाहाबाद क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा गंगा की मात्स्यिकी पर क्षमता विकास कार्यक्रम का आयोजन

भाकृअनुप – केन्‍द्रीय अंतर्स्‍थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्‍थान के इलाहाबाद क्षेत्रीय केन्‍द्र द्वारा ‘गंगा नदी की मात्स्यिकी के संरक्षण एवं संवर्धन के उपाय’ विषय पर मछुआरों के लिए एक क्षमता विकास कार्यशाला व जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 31 मार्च, 2015 को उत्‍तर प्रदेश में मिर्जापुर जिले के विंध्‍याचल में गोपालपुर गांव में किया गया। गोपालपुर, गंगा नदी के तट पर बसा मछुआरों का एक गांव है। गांव की कुल 1600 जनसंख्‍या में लगभग 40 प्रतिशत पुरूष नदी में मछली पकड़ने का कार्य करते हैं । चूंकि गंगा नदी का विंध्‍याचल इलाका मत्‍स्‍य विविधता से समृद्ध है लेकिन यहां अनेक बाधाएं भी हैं जिनमें कुछ बे

भाकृअनुप – निवेदी में मूलभूत पशु चिकित्सा महामारी विज्ञान पर यूएसडीए प्रशिक्षण

मूलभूत पशु चिकित्‍सा महामारी विज्ञान और रोग प्रकोप अन्‍वेषण पर पांच दिवसीय यूएसडीए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन संयुक्‍त रूप से संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के कृषि विभाग (USDA), यूएसए; पशु पालन डेयरिंग एवं मात्स्यिकी विभाग (DADF), भारत सरकार; भाकृअनुप – राष्‍ट्रीय पशु चिकित्‍सा महामारी विज्ञान एवं रोग सूचनाप्रणाली संस्‍थान (ICAR-NIVEDI), बेंगलुरू; तथा दक्षिणी क्षेत्रीय रोग नैदानिकी प्रयोगशाला (SRDDL), बेंगलुरू द्वारा दिनांक 6 – 10 अप्रैल, 2015 को बेंगलुरू में किया गया।

गिलनेट तथा ट्रैमल नेट फिशिंग से होने वाले खाद्य नुकसान व खराब होने वाले संसाधनों का अनुमान लगाने पर विशेषज्ञ कार्यशाला

संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ के खाद्य व कृषि संगठन (FAO) तथा भाकृअनुप – केन्‍द्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्‍थान  (CIFT),  कोच्चि द्वारा दिनांक 8-10 अप्रैल, 2015 को कोच्चि में गिलनेट और ट्रैमल नेट फिशिंग से होने वाले खाद्य नुकसान तथा खराब होने वाले संसाधनों का अनुमान लगाने के लिए एक विशेषज्ञ कार्यशाला का आयोजन किया गया।

एस्टसर मशरूम की खेती में जनजातीय किसानों को प्रशिक्षण

सिक्किम के जनजातीय किसानों के लिए ओएस्‍टर मशरूम अंडजनन उत्‍पादन पर व्‍यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन उत्तर-पूर्वी पर्वतीय क्षेत्र के लिए भाकृअनुप अनुसंधान परिसर, तादोंग, गंगटोक, सिक्किम द्वारा दिनांक 17-22 अप्रैल, 2015 को किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्‍य अंडजनन उत्‍पादन तथा कटाई उपरांत प्रबंधन तकनीकों सहित ओएस्‍टर मशरूम की खेती के विभिन्‍न पहलुओं पर किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करना था।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्‍तरी तथा पूर्वी सिक्किम के कुल 25 किसानों ने भाग लिया।

जोनल परियोजना निदेशालय, जोन-2, कोलकाता में निक्रा पर आयोजित कार्यशाला

23 अप्रैल, 2015, कोलकाता  

आज यहां भाकृअनुप – जोनल परियोजना निदेशालय, जोन-2, कोलकाता द्वारा निक्रा (जलवायु अनुकूल कृषि पर राष्‍ट्रीय नवोन्‍मेष) के प्रौद्योगिकी प्रदर्शन संघटक पर जोनल कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस संघटक के तहत, प्रमाणित प्रौद्योगिकियों के समेकित पैकेज का प्रदर्शन प्रत्‍येक जिले के एक गांव में किया जाएगा ताकि उपलब्‍ध प्रौद्योगिकियों के आधार पर  फसल तथा पशुधन उत्‍पादन प्रणालियों में इन्हें अपनाया जा सके और जलवायु विभिन्‍नता का न्‍यूनीकरण किया जा सके। वर्तमान में,  इन गतिविधियों को  देश के विभिन्‍न भागों में स्थित 100 कृषि विज्ञान केन्‍द्रों में चलाया जा रहा है।

सहभागिता समेकित जलसंभर प्रबंधन प्रशिक्षण

23 मई, 2015, देहरादून

Participatory Integrated Watershed Management Training

भाकृअनुप – भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्‍थान (IISWC),  देहरादून द्वारा मृदा व जल संरक्षण तथा जलसंभर प्रबंधन पर दिनांक 19-23 मई, 2015 को एक अल्‍पावधि प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जनजातीय उपयोजना के तहत डुंगरपुर जिले के जनजातीय किसानों का क्षमता विकास

राजस्‍थान के डुंगरपुर जिले के बरनिया जनजातीय प्रभुत्‍व वाले गांव में 90 प्रतिशत से भी निरक्षरता है तथा साथ ही यहां बहुत छोटी कृषिजोत हैं और यहां के लोग गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करते हैं। भाकृअनुप – केन्‍द्रीय शुष्‍क क्षेत्र अनुसंधान संस्‍थान (CAZRI), जोधपुर द्वारा जनजातीय उपयोजना के अंतर्गत यहां अनेक विकासमूलक गतिविधियां चलाईं गईं जैसे कि सोलर लालटेन, आम, अनार, नींबू आदि की पौध, उन्‍नत बीजों, बीज धानी का वितरण; टैंक, चैनलों का निर्माण; क्षारीय मृदा का पुनरूद्धार; नस्‍ल सुधार के लिए नर भेड़ का वितरण।

‘मृदा व जल संरक्षण तकनीकें’ विषय पर क्षमता विकास प्रशिक्षण व अवसर दौरा कार्यक्रम

1 जून, 2015, देहरादून

भाकृअनुप – भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्‍थान (IISWC),  देहरादून द्वारा दिनांक 27 मई से 1 जून, 2015 की अवधि के दौरान ‘मृदा व जल संरक्षण तकनीकें’ विषय पर एक छ: दिवसीय प्रशिक्षण व अवसर दौरा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें तमिलनाडु राज्‍य के विभिन्‍न जिलों में तैनात 24 कृषि इंजीनियरों ने भाग लिया।

आनुवंशिकीय विकसित पौधों की खेत परीक्षण निगरानी पर प्रशिक्षण

भाकृअनुप – राष्‍ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध संकाय (NAARM), हैदराबाद द्वारा दिनांक 3-4 जून, 2015 को आनुवंशिकीय विकसित पौधों के नियंत्रण हेतु सीमित खेत परीक्षणों की निगरानी पर एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

Training on Genetically Engineered Plants Filed Trial Monitoring

लवण प्रभावित मृदा का प्रबंधन एवं कृषि में लवणीय जल का उपयोग पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की कार्यशाला

लवण प्रभावित मृदा का प्रबंधन एवं कृषि में लवणीय जल का उपयोग पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की 24वीं द्विवार्षिक कार्यशाला का आयोजन भाकृअनुप – केन्‍द्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्‍थान (CSSRI), करनाल द्वारा अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना केन्‍द्र, आगरा और भाकृअनुप – केन्‍द्रीय बकरी अनुसंधान संस्‍थान (CIRG), मखदूम के साथ मिलकर दिनांक 5-7 जून, 2015 को किया गया। इस कार्यशाला का उद्घाटन डॉ. ए.के. सिक्‍का, उपमहानिदेशक (एनआरएम), भाकृअनुप ने किया। अपने उद्घाटन संबोधन में डॉ.

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