Reports on Capacity Building

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‘जूट, मेस्टा, रैमे एवं सनई के अपगलन व उत्पादन’ पर प्रशिक्षण कार्यक्रम

9 अगस्त, 2016

Training on “Production and retting technology of Jute/Mesta/Ramie/Sunnhemp

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) - वाणिज्यिक फसल, कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा ‘जूट/ मेस्टा/ रेमे/ सनई के अपगलन व उत्पादन’ पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भाकृअनुप - राष्ट्रीय जूट एवं संबद्ध रेशा प्रौद्योगिकी (एनआईआरजेएएफटी), कोलकाता में आयोजित किया गया।

"मछली प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन" पर प्रशिक्षण

भाकृअनुप - केंद्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान, कोच्चि द्वारा केवीके, वाशिम, महाराष्ट्र की मछली सहकारी समितियों के लिए "मछली प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन" पर तीन दिवसीय (3-5 अगस्त, 2016) प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ताजा जल मछली पालन के विभिन्न प्रसंस्करण से जुडे पहलुओं तथा इन जलस्रोतों में मछलियों के संरक्षण व मूल्य संवर्धित मछली उत्पादन तकनीक आधारित उत्पादन से प्रशिक्षुओं को परिचित कराना था। इसके साथ ही मत्स्य संरक्षण एवं मूल्य वर्धित गुणवत्तापूर्ण मछली उत्पादन से संबंधित प्रौद्योगिकियों के विभिन्न पहलुओं पर आधारित सहकारी समितियों के सदस्यों को कौशल आ

'एकीकृत जलभरण प्रबंधन' पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम

आईसीएआर - भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, देहरादून द्वारा पांच दिवसीय (26-30 जुलाई, 2016) को समेकित जलभरण प्रबंधन पर वरिष्ठ स्तर के कृषि अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कृषि विस्तार प्रबंधन (इमेज) संस्थान, सिरपुर, भुबनेश्वर द्वारा आयोजित किया गया तथा कृषि एवं खाद्य उत्पादन निदेशालय, भुबनेश्वर, ओडिशा के वित्तीय सहयोग से प्रायोजित किया गया था।

तिलहन उत्पादन प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण

Training on Oilseeds Production Technology

भाकृअनुप - कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्रों के नोडल अधिकारियों के लिए तिलहन और तेलताड़ (एनएमओओपी) राष्ट्रीय मिशन के तहत दो दिवसीय (29-30 जुलाई, 2016) प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

“जैविक डेटा के विश्लेषण में कम्प्यूटेशनल उपकरणों के प्रयोग" पर प्रशिक्षण

आईसीएआर- केन्द्रीय मीठा जलजीव पालन संस्थान, भुबनेश्वर और आईसीएआर-भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा संयुक्त रूप से 5-14 जुलाई, 2016 को “जैविक डेटा के विश्लेषण में कम्प्यूटेशनल उपकरणों के प्रयोग" पर कौशल्यगंगा में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्बी आंगलोंग में प्रदर्शनी और आर्किड प्रशिक्षण

आईसीएआर - राष्ट्रीय ऑर्किड अनुसंधान केन्द्र, सिक्किम द्वारा परिसर प्रदर्शन और आर्किड की खेती पर प्रशिक्षण कार्यक्रम मारलेलांग्सो गांव, दिफू, कार्बी आंगलोंग (जिला), असम में 19 जुलाई, 2016 को आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जनजातीय उप-योजना (टीएसपी) के तहत जिरजार स्वयं सहायता समूह हेतु आयोजित किया गया।

महसीर प्रजनन व हैचरी प्रबंधन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम

भाकृअनुप – शीत जल मात्स्यिकी अनुसंधान निदेशालय (डीसीएफआर), भीमताल द्वारा ‘महसीर प्रजनन व हैचरी प्रबंधन प्रशिक्षण’ पर छह दिवसीय (1- 6 जुलाई, 2016) प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

डॉ. ए.के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप – डीसीएफआर ने महसीर मछली को बढ़ावा देने व पुनर्वास के लिए हिमालयी राज्य मात्स्यिकी विभाग, केवीके, एनजीओ और एसएयू से संयुक्त प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने महसीर को बढ़ावा देने के लिए प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया।  

‘मछली उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने के लिए मेटाजेनोमिक्स व माइक्रोबियोम्स के प्रयोग’ पर विचार मंथन

'मछली उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने के लिए मेटाजेनोमिक्स व माइक्रोबियोम्स के प्रयोग पर' 21 जून, 2016 को भाकृअनुप-सीफा, भुबनेश्वर में विचार मंथन बैठक का आयोजन किया गया।

Brainstorming on

डॉ. पी. जयशंकर, निदेशक, भाकृअनुप-सीफा ने मेटाजेनोमिक्स व माईक्रोबियोम्स के द्वारा मछलियों की तेज वृद्धि, बेहतर प्रतिरोधी क्षमता व रोगरोधी गुणों में बढ़ोतरी की चर्चा की। इससे मछलियों के उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि होती है जिससे किसानों को अधिक आय प्राप्त होती है।

अनुशंसाएं:

ओड़िशा के अधिकारियों के लिए मृदा व जल संरक्षण पर प्रशिक्षण

भाकृअनुप – भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्‍थान (IISWC),  देहरादून द्वारा दिनांक 6-10 अप्रैल, 2015 को देहरादून में मृदा व जल संरक्षण तथा जलसंभर प्रबंधन पर पांच दिवसीय अल्‍पावधि प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

Soil and Water Conservation Training for Odisha Officers

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